जो ‘सनातन’ को ‘गंदा’ समझते हैं, उन्हें ‘कुंभ’ क्या ‘समझ’ आएगा : आचार्य प्रमोद कृष्णम

नई दिल्ली, 27 जनवरी . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को भाजपा से सवाल करते हुए कहा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी समाप्त हो जाएगी?

खड़गे के बयान पर कल्कि धाम के पीठाधीश्वर एवं पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जोरदार तंज कसा है.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने खड़गे के ‘क्या गंगा नहाने से खत्म हो जाएगी गरीबी’ वाले बयान पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”जो ‘सनातन’ को ‘गंदा’ समझते हैं, उन्हें ‘कुंभ’ क्या ‘समझ’ आएगा.” इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी को भी टैग किया.

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर आ गए. भाजपा नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस अध्यक्ष पर वार करते हुए कहा कि आखिर कांग्रेस को हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों है? 144 साल में एक बार महाकुंभ आता है, लेकिन कांग्रेस के नेता इस तरह बौखला गए हैं कि हिंदुओं को कोस रहे हैं. कांग्रेस अब नई मुस्लिम लीग बन गई है.

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”बोल खड़गे जी रहे हैं, पर शब्द गांधी परिवार के हैं. आखिर कांग्रेस को हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों है? 144 साल में एक बार महाकुंभ आता है, लेकिन कांग्रेस के नेता इस तरह बौखला गए हैं कि हिंदुओं को कोस रहे हैं. पहले कांग्रेस के हुसैन दलवी ने कुंभ को बुरा-भला कहा और अब स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस अब नई मुस्लिम लीग बन गई है. यह पार्टी देश के लिए नासूर बन चुकी है. इसका लुप्त होना ही सभी के हित में है.”

मध्य प्रदेश के मऊ में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीब दूर होगी क्या? आपके पेट को खाना मिलता है क्या? मैं किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता, अगर किसी को दुख हुआ तो मैं माफी चाहता हूं. लेकिन आप बताइए जब बच्चा भूखा मर रहा है, बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है, मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है. ये लोग जाकर हजारों रुपए खर्च करके डुबकी मार रहे हैं और जब तक टीवी में अच्छा नहीं आ जाता तब तक डुबकी मारते रहते हैं.

एसके/एबीएम