मार्केट आउटलुक: बजट, तिमाही नतीजे और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से अगले हफ्ते तय होगा बाजार का रुख

मुंबई, 26 जनवरी . भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम होने वाला है. बजट, तिमाही नतीजे, कच्चे तेल की कीमत और डॉलर इंडेक्स पर बाजार की चाल निर्भर करेगी.

अगले हफ्ते एक फरवरी को संसद में आम बजट 2025 पेश किया जाएगा. वहीं, एसीसी, अदाणी टोटल गैस, कोल इंडिया, पीरामल एंटरप्राइजेज, टाटा स्टील, हुंडई मोटर इंडिया, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, बजाज फाइनेंस और बजाज ऑटो जैसी कंपनियां वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के नतीजे पेश करेंगी.

बीता हफ्ता शेयर बाजार के लिए नुकसान वाला रहा. निफ्टी और सेंसेक्स दोनों क्रमश: 0.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए. यह लगातार तीसरा हफ्ता था, जब शेयर बाजार में बिकवाली देखने को मिली.

निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में सबसे अधिक 9 प्रतिशत की गिरावट हुई है. हालांकि, निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 3.5 प्रतिशत की बढ़त देखी गई.

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कैश सेगमेंट में 22,504 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी. वहीं, इस दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 17,577 करोड़ रुपये का निवेश किया था.

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च प्रमुख, संतोष मीना का कहना है कि निफ्टी 23,000 से लेकर 23,400 की रेंज में कंसोलिडेट कर रहा है. फिलहाल रिकवरी का कोई संकेत नहीं है. अगर यह 23,450 के पार जाकर टिकता है तो बड़ी रिकवरी देखने को मिल सकती है. ऐसी स्थिति में 23,850 और 24,200 एक रुकावट का स्तर होगा. अगर गिरावट आती है तो 23,000 से लेकर 22,800 एक सपोर्ट जोन होगा. अगर यह टूटता है तो 22,500 से लेकर 21,800 तक बिकवाली का दबाव देखने को मिल सकता है.

मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर, पुनीत सिंघानिया ने कहा कि बैंक निफ्टी लगातार तीसरे हफ्ते नकारात्मक बंद हुआ है. इसमें बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है. 48,900 से लेकर 49,000 एक रुकावट का स्तर है. 49,700 पर ब्रेकआउट देखने को मिल सकता है. वहीं, इसका सपोर्ट 47,900 पर है. यह लेवल टूटता है तो 47,200 का स्तर देखने को मिल सकता है.

एबीएस/