युद्ध में घिरे रूस-यूक्रेन भारतीय जमीं पर प्रयागराज महाकुंभ में कर रहे शांति की खोज

महाकुंभ नगर, 25 जनवरी . प्रयागराज में जारी महाकुंभ में देश-दुनिया के श्रद्धालु भारत की आध्यात्मिकता से अभिभूत हैं. अंतर्राष्ट्रीय श्रद्धालुओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्व शांति का संदेश महाकुंभ के माध्यम से अभिव्यक्त हो रहा है. लंबे समय से युद्ध में उलझे रूस और यूक्रेन के श्रद्धालु भी कुंभनगरी का हिस्सा बनने आए हैं. ये श्रद्धालु पायलट बाबा को अपना गुरु मानते हैं और कुंभ में शांति की खोज करते हुए इस युद्ध के रुकने की प्रार्थना कर रहे हैं. इन श्रद्धालुओं ने इस युद्ध को रोकने के लिए पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना की और सनातन धर्म को पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक बताया. क्योंकि उनका मानना है कि शांति ही जीवन का उद्देश्य है.

ये श्रद्धालु कुंभ में पायलट बाबा के आश्रम में रहते हुए वहीं पर पूजा-अर्चना कर रहे हैं. इनका कहना है कि कुंभ में आकर उन्हें बहुत अच्छा और शांतिपूर्ण जीवन जीने को मिल रहा है. वे यहां आकर बहुत खुश हैं और प्रधानमंत्री मोदी को एक अच्छा व्यक्ति और श्रेष्ठ नेता मानते हैं. इस अवसर पर न्यूज एजेंसी ने इन श्रद्धालुओं से बातचीत की.

रूस से आईं उत्तामिका नाम की श्रद्धालु कहती हैं कि हम यहां महाकुंभ के लिए आए हैं. हम स्नान करके गंगा मां का आशीर्वाद लेने के लिए आए हैं. जो भी संत यहां उपस्थित हैं, हमें उनके दर्शन करने और उन्हें सुनने का सौभाग्य मिल रहा है. यहां महान लोगों का समागम है. हम यहां प्रार्थना करने के लिए भी आए हैं. खासकर रूस और यूक्रेन के युद्ध की समाप्ति के लिए हम प्रार्थना कर रहे हैं. हम सभी की शांति के लिए दुआ कर रहे हैं. मेरे गुरुदेव भी यहां पर हैं और हम उनका अनुसरण कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पूरे विश्व का है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका संदेश दुनिया तक पहुंचाया है. पीएम मोदी ने विश्व शांति का नारा दिया है. भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ यह संदेश पूरी दुनिया के बीच बहुत अच्छे से प्रसारित हो रहा है. पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन के युद्ध को रोकने के लिए प्रयास किए हैं.

एक और श्रद्धालु शाना रूस से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन वह यूक्रेन में रह रही हैं. उन्होंने कहा कि वह महाकुंभ की ऊर्जा को महसूस करना चाहती थीं. वह भारत और उसके लोगों को पसंद करती हैं. वह दुनिया में युद्ध के बजाए शांति और दोस्ती का संदेश देना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन का युद्ध किसी के लिए अच्छा नहीं है. मैं उम्मीद करती हूं कि इस साल यह युद्ध खत्म हो जाए. भारत के पीएम मोदी विश्व शांति का संदेश दे रहे हैं. वह बहुत स्पष्ट, खुले मन के और शांति को पसंद करने वाले इंसान हैं. मैं चाहती हूं कि पीएम मोदी रूस और यूक्रेन के मामले में मदद करें ताकि हम शांति से रहें और कोई युद्ध न हो.

रूस के मास्को में रहने वाली क्रिस्टिना का मानना है कि भारत और रूस की दोस्ती सबके लिए प्रेम, शांति, सद्भाव जैसी चीजों को बढ़ावा देगी. पीएम मोदी रूस और यूक्रेन के युद्ध को रोकने के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि कुंभ की ऊर्जा बहुत खास है और यहां बेहद शांति का अनुभव हो रहा है.

महाकुंभ के अनुभव पर बात करते हुए क्रिस्टिना ने आगे कहा, “मैं भारत को पसंद करती हूं और कई बार यहां आ चुकी हूं, लेकिन महाकुंभ में पहली बार आई हूं. यहां बहुत बड़े उत्सव जैसा माहौल है. मुझे यहां की खास ऊर्जा ने आने के लिए प्रेरित किया. मैं इससे दिल से जुड़ी हूं और यह बहुत शक्तिशाली ऊर्जा है. क्योंकि बहुत लोग यहां आए हैं और वे सब साथ में प्रेम, शांति जैसी अच्छी चीजों के बारे में सोच रहे हैं. मैं बहुत दिलचस्प लोगों से मिली हूं जो बहुत दोस्ताना हैं और उनके पास सुनाने के लिए मजेदार कहानियां हैं. मैं यहां ध्यान भी लगा सकती हूं, यहां बहुत कुछ खास है जो मुझे आकर्षित करता है.”

रूस के लोग महाकुंभ में शांति के संदेश का अनुसरण कर रहे हैं. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक शांति का नारा दिया है. पीएम मोदी युद्धरत रूस और यूक्रेन के बीच की लड़ाई को रोकने का प्रयास भी कर रहे हैं. इस बारे में बात करते हुए रूसी कुंभ यात्री ने कहा कि मैं जानती हूं भारत और रूस बहुत अच्छे मित्र हैं. भारत ब्रिक्स का लीडर है. पीएम मोदी प्रेसिडेंट पुतिन और अन्य नेताओं के साथ मिलकर लोगों के भले के लिए काम कर रहे हैं. मैं उम्मीद करती हूं कि भारत-रूस की मित्रता आगे और गहरी होगी और हम साथ मिलकर प्रेम, शांति जैसी चीजों का प्रसार करेंगे. पीएम मोदी निश्चित तौर पर भारत के सर्वश्रेष्ठ नेता हैं जिनका हर जगह नाम है और वह अपने लोगों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं.

रूस के उत्तरी इलाके मरमंस्क इट्ज से आए एक श्रद्धालु ने कुंभ के अवसर पर अपनी भावनाओं को लेकर कहा, “मेरी भावनाएं मिली-जुली हैं. यहां कई देशों के लोग आए हुए हैं और मैं अपना अनुभव यहां पर बयां नहीं कर पा रहा हूं. मैं 20 साल पहले कोलकाता भी आया था. अभी माहौल बहुत अध्यात्मिक है. मुझे बहुत खुशी है कि मैं यहां आ पाया. यहां की मेहमाननवाजी भी शानदार है. महाकुंभ में आना मेरे लिए खास है क्योंकि मैं यहां अपने गुरु से मिलने और उन्हें सुनने के लिए आया हूं. वह रूस नहीं आ सकते इसलिए महाकुंभ के अवसर पर मुझे उनका सानिध्य प्राप्त करने का अच्छा अवसर मिला.”

महाकुंभ के पावन अवसर पर दुनिया को वह क्या संदेश देना चाहेंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, “लोगों को एक दूसरे के साथ सहनशीलता के साथ रहना चाहिए, उनमें धैर्य होना चाहिए, आपसी प्रेम को और अधिक व्यक्त करना चाहिए और ईश्वर में विश्वास करते हुए प्रेम को अभिव्यक्त करने के और तरीके ढूंढने चाहिए. हम सभी भाई-बहन हैं, इसलिए आपस में लड़ाई की कोई जरूरत नहीं है.”

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक शांति के प्रयासों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “भारत के पीएम नरेंद्र मोदी बहुत अच्छे और दयालु इंसान हैं. वह हमारे प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन के बहुत अच्छे दोस्त भी हैं. पीएम मोदी वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा में यकीन करते हैं. मैं उनके लिए लंबे और सफल जीवन की कामना करता हूं.”

एएस/