नेताजी ने आईसीएस की नौकरी छोड़कर अंग्रेजों को मारा था तमाचा : मोहन यादव

भोपाल, 23 जनवरी . मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने आईसीएस की नौकरी ठुकराकर अंग्रेजों को तमाचा मारा था.

राजधानी के सात नंबर बस स्टॉप के करीब सुभाष स्कूल चौराहे पर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सहित तमाम बड़े नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ऐसे नायक हैं, जिन्होंने अपने जीते जी राष्ट्रभक्ति की नई नई मिसाल पेश की. अपनी मेधा व हिम्मत से आईसीएस का एग्जाम 1923 में पास कर लिया. यह उनकी क्षमता का सबूत है कि वे अपने जीवन में बड़ी-बड़ी परीक्षा में पास हुए और नौकरी न कर अंग्रेजों को तमाचा भी मारा. यह सफलता उनकी प्रतिभा का प्रमाण था.

उन्होंने आगे कहा कि नेता जी बाद में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को यह रास नहीं आया. इसके बाद उन्होंने बलबूते पर आज आजाद हिंद फौज की न केवल स्थापना की, बल्कि स्वतंत्र सरकार बनाकर अंग्रेजों काे चुनौती भी दी. उनकी सरकार को कई देशों की मान्यता भी मिली.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके जीवन के विभिन्न पक्षों को समाज के बीच लाना चाहिए, मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने लगातार ऐसे सभी देश भक्तों का सम्मान कर रही है. उम्मीद करता हूं कि पीढ़ियां उनका सही मूल्यांकन करेंगी.

इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि नेता सुभाष चंद्र बोस की जयंती का दिन भारत के नौजवानों के लिए ऐतिहासिक दिन है. नेता जी अपने जीवन का एक-एक पल भारत की आजादी के लिए बलिदान कर दिया. कांग्रेस पार्टी ने जिस प्रकार से डॉ. अंबेडकर का अपमान किया, वैसा ही अपमान वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस का कर रहे हैं.

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