दिल्ली चुनाव: बवाना सीट पर खिलेगा कमल या चलेगी झाड़ू, जानें किसका पलड़ा भारी?

नई दिल्ली, 22 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार एक-दूसरे को शह-मात देने में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में बवाना विधानसभा सीट पर चुनावी लड़ाई दिलचस्प नजर आ रही है.

बवाना विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली के 70 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है और उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट का हिस्सा है. दिल्ली के नॉर्थ दिल्ली जिले के तहत आने वाली बवाना विधानसभा सीट का इतिहास काफी रोचक रहा है. यहां पर 1993 से विधानसभा चुनाव होते आ रहे हैं. अभी तक इस सीट पर कुल 7 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, जिसमें तमाम दलों के नेता चुनाव जीतकर विधानसभा में अपनी आमद दर्ज कराते रहे हैं.

बवाना सीट पर 1993 का पहला विधानसभा चुनाव हुआ था और इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के चांद राम ने जीत हासिल की थी. वहीं 1998 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुरिंदर कुमार ने बवाना सीट पर जीत दर्ज की. इसके बाद सुरिंदर कुमार ने बवाना विधानसभा क्षेत्र में अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत किया और यहां से लगातार तीन बार जीत दर्ज की. उन्होंने 2003 और 2008 के चुनाव में भी इसी सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई.

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपनी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता और भ्रष्टाचार विरोधी नारे के साथ दिल्ली की राजनीति में मजबूत पैठ बनाई थी लेकिन बवाना सीट पर कमल खिल गया. इस सीट से भाजपा उम्मीदवार गुगन सिंह ने जीत दर्ज की.

लेकिन 2015 के विधानसभा चुनावों में आप के वेद प्रकाश से हार गए थे.

इस सीट पर दिलचस्प मोड़ साल 2017 में आया, जब वेद प्रकाश ने भाजपा का दामन थाम लिया. उनकी विधायकी चली गई और सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें आप के राम चंदर ने 24,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में आप के उम्मीदवार जय भगवान उपकार ने भाजपा उम्मीदवार रविंदर कुमार को हराकर जीत हासिल की.

इस बार के विधानसभा चुनाव में बवाना सीट से आप ने मौजूदा विधायक जय भगवान उपकार को, तो कांग्रेस ने सुरेंद्र कुमार को टिकट दिया है. वहीं भाजपा ने रविंद्र इंद्राज सिंह को प्रत्याशी बनाया है. इस तरह यहां मुकाबला त्रिकोणीय रहने के आसार हैं.

इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 3,48,122 है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,90,463 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,57,630 है, वहीं थर्ड जेंडर 29 मतदाता हैं.

एकेएस/केआर