यूसीसी मुसलमानों के खिलाफ नहीं बल्कि विवाह सुधार के लिए : शाहनवाज हुसैन

नई दिल्ली, 22 जनवरी . भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन बुधवार को खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) तो मुसलमानों के खिलाफ बताए जाने के एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि यूसीसी मुसलमानों के खिलाफ नहीं बल्कि विवाह सुधार के लिए है.

असदुद्दीन ओवैसी के बयान कि यूसीसी को सिर्फ मुसलमानों को परेशान करने के लिए बनाया जा रहा है, इस पर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “देश में संविधान है, क्रिमिनल लॉ को सभी मानते हैं, लेकिन जब सिविल लॉ में बराबरी की बात आती है, तो उस पर ऐतराज हो जाता है. जो मुसलमान यूरोप और इंग्लैंड में रहते हैं, वे वहां के कानून, सिविल लॉ को मानते हैं कि नहीं, अपने देश गोवा में भी मानते हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “मुसलमानों को तंग करने का कोई इरादा नहीं है. बल्कि विवाह सुधार के लिए ये कानून लाया जा रहा है. संविधान निर्माताओं ने भी कहा था कि विवाह सुधार और यूसीसी होना चाहिए, जिसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं.”

दिल्ली में अवैध घुसपैठियों के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा, “जो अवैध घुसपैठिए हैं, वे चाहे बांग्लादेशी या फिर रोहिंग्या हों. उन्हें पता है कि भारत में गरीबों की चिंता होती है, मुफ्त में अनाज मिलता है. सरकार कई तरह की योजनाएं लाती है. इसलिए वे यहां पर आ रहे हैं, लेकिन भारत कोई धर्मशाला नहीं है. ऐसा नहीं है कि कोई भी आकर यहां पर बैठ जाएगा. भारत के अंदर जो हमारे नागरिक हैं, उनमें कई गरीबी रेखा के नीचे हैं, जिन्हें सरकार ऊपर लाने की कोशिश कर रही है. वहीं, बांग्लादेशी घुसपैठिए आएंगे, तो हमारा हक मारेंगे. इसलिए बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या देश के लिए खतरा हैं.”

एससीएच/केआर