नई दिल्ली, 21 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनकपुरी सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में आशीष सूद मैदान में हैं. पिछले कुछ वर्षों से वह दिल्ली की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बन चुके हैं और जनकपुरी क्षेत्र में एक मजबूत स्थानीय नेता के रूप में पहचान रखते हैं.
आशीष सूद का राजनीतिक सफर बहुत ही समृद्ध और प्रेरणादायक रहा है. उनकी यात्रा आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज (डीयू) से शुरू हुई, जहां उन्होंने कॉमर्स में डिग्री हासिल की और छात्र राजनीति में सक्रियता दिखाई. वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े और कई पदों पर रहते हुए छात्र राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ी. वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष रह चुके हैं और 1980 के दशक में बोफोर्स घोटाले जैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलनों का नेतृत्व किया.
आशीष सूद ने भाजपा युवा मोर्चा में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम किया. साल 2002 में उन्होंने दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष, महासचिव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाई. इसके बाद वह भाजपा दिल्ली के सचिव और महासचिव भी बने. साल 2012 में वह दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के पार्षद चुने गए और 2016 में दिल्ली भाजपा के प्रचार विभाग के प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी निभाई.
आशीष सूद का दृष्टिकोण हमेशा राष्ट्रहित और जनहित के लिए रहा है. भाजपा ने उन्हें जम्मू-कश्मीर राज्य इकाई का सह-प्रभारी नियुक्त किया, जहां उन्होंने राज्य के विकास में योगदान दिया. उनकी मेहनत और निष्ठा के कारण वह भाजपा में एक महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभरे हैं.
साल 2020 के चुनाव में उन्हें आप उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इसके बावजूद पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है. आप के नेताओं और खासकर अरविंद केजरीवाल पर वह अक्सर हमलावर रहते हैं.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा. नतीजों की घोषणा 8 फरवरी को होगी. दिल्ली में एक करोड़ 55 लाख मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख और महिला मतदाता 71.74 लाख हैं. इसके अलावा 1,261 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. युवा मतदाताओं की संख्या 25.89 लाख है जबकि 2.08 लाख फर्स्ट टाइम वोटर हैं.
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पीएसके/एकेजे