आरजी कर फैसला : अमित मालवीय ने की बंगाल की सीएम और पूर्व पुलिस अधिकारी के खिलाफ जांच की मांग

कोलकाता, 20 जनवरी . कोलकाता की एक विशेष अदालत ने सोमवार को महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके बाद भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त के खिलाफ जांच की मांग की.

पिछले साल अगस्त में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर के साथ अस्पताल परिसर में हुए बलात्कार और हत्या के मामले में अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद, भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी सेल के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने मामले में ममता बनर्जी और विनीत कुमार गोयल के खिलाफ जांच की मांग की.

फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद, मालवीय ने एक बयान जारी कर कहा कि फैसले के खिलाफ अपील की जानी चाहिए.

उनके अनुसार, रॉय के खिलाफ “आजीवन कारावास” और आर्थिक दंड “न्याय का उपहास” के अलावा और कुछ नहीं है.

मालवीय ने अपने बयान में कहा, “फैसले के खिलाफ अपील की जानी चाहिए. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपराधी को बचाना बंद करना चाहिए. एजेंसियों को सबूत नष्ट करने में तत्कालीन कोलकाता पुलिस आयुक्त और मुख्यमंत्री की भूमिका की भी जांच करनी चाहिए. न्याय न केवल होना चाहिए, बल्कि न्याय होते हुए दिखना भी चाहिए.”

पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने से पहले पांच दिनों में किस तरह “सबूतों के साथ छेड़छाड़” हुई थी.

मजूमदार ने कहा, “आम तौर पर पश्चिम बंगाल के लोग सजा की अवधि से नाखुश हैं. सीबीआई को सोमवार के फैसले को तुरंत कलकत्ता उच्च न्यायालय में चुनौती देनी चाहिए और साथ ही अपराध के पीछे के मुख्य मास्टरमाइंड का पता लगाना चाहिए.”

कोलकाता में सियालदह कोर्ट के बार एसोसिएशन के सदस्य राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सीबीआई द्वारा दी गई रिपोर्ट सटीक नहीं थी. यह सभी को बचाने के लिए रिपोर्ट है.

गुप्ता ने से कहा, “इस घटना का मुख्य अपराधी पकड़ा नहीं गया है, यह एक साजिश है. सीबीआई ने किसी के प्रभाव में आकर यह रिपोर्ट दी है.” इस बीच, ममता बनर्जी ने रॉय को दी गई आजीवन कारावास की सजा पर नाराजगी और असंतोष व्यक्त किया. विशेष अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद ममता बनर्जी ने मीडियाकर्मियों से कहा, “हमने दोषी के लिए ‘मृत्युदंड’ की मांग की. मुझे नहीं पता कि कैसे… अगर मामला हमारे (राज्य पुलिस या कोलकाता पुलिस) हाथ में होता, तो मृत्युदंड बहुत पहले ही सुना दिया जाता.”

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