आदित्य ठाकरे ने नासिक और रायगढ़ के लिए संरक्षक मंत्री की नियुक्ति में देरी की आलोचना की

मुंबई, 20 जनवरी . शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को नासिक और रायगढ़ जिलों के लिए संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति को स्थगित करने की आलोचना की.

आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “ईवीएम सरकार में अराजकता और लालच. कल (रविवार) देर रात अचानक नासिक और रायगढ़ के संरक्षक मंत्रालयों के लिए ‘स्थगन’ आदेश जारी कर दिया गया, जबकि मुख्यमंत्री विदेश दौरे पर हैं.”

उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि मुख्यमंत्री उन “लालची राजनेताओं” के दबाव की रणनीति के आगे झुक गए, जो पहले से ही मंत्री हैं, लेकिन अपनी मर्जी के अनुसार संरक्षक मंत्री की जिम्मेदारी भी चाहते हैं.

शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या होने के बावजूद मुख्यमंत्री “गद्दार गैंग” की दादागिरी में डूब गए हैं. उन्होंने कहा, “कल्पना कीजिए, उनके गैंग ने अपने गैंग लीडरों के लिए अतिरिक्त पद की मांग करते हुए टायर जलाए और हाईवे जाम कर दिया. वर्तमान भाजपा सरकार इसी तरह चल रही है, कुछ लोगों द्वारा धमकाया जा रहा है जबकि बीड और परभणी में नागरिक न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं और सरकार आंखें मूंदे बैठी है. लालची मंत्री अधिक से अधिक न्याय हड़पने की कोशिश में व्यस्त हैं. यह उन दो मंत्रियों का अपमान है जिनसे जिम्मेदारी छीन ली गई है.”

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महायुति सरकार में दरार दिखने लगी है, क्योंकि जिला संरक्षक मंत्रियों की घोषणा के एक दिन बाद ही नासिक और रायगढ़ जिलों के लिए नियुक्तियों पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया गया. सामान्य प्रशासन विभाग ने रविवार को यह आदेश जारी किया. राज्य सरकार ने शनिवार को 36 जिलों के लिए संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति की घोषणा की, जिसमें एनसीपी की अदिति तटकरे को रायगढ़ और भाजपा नेता गिरीश महाजन को नासिक की जिम्मेदारी दी गई थी.

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