एनसीसी कैडेट पीएम मोदी के विकसित भारत विजन में दें योगदान: राजनाथ सिंह

नई दिल्ली, 20 जनवरी . दिल्ली छावनी में गणतंत्र दिवस को लेकर चल रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) शिविर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित किया. उन्होंने एनसीसी कैडेट से अपील की कि वो विकसित भारत के सपने को पूरा करने में अपना योगदान दें.

इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनसीसी के पूर्व कैडेट हैं और उन्होंने विकसित भारत का विजन दिया है. उन्होंने कैडेटों से भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के उनके सपने में योगदान देने का आह्वान किया.

राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीति में आने से पहले वे खुद एनसीसी के कैडेट थे. एनसीसी कैडेटों में भारत की छवि दिखती है. हम नियमित रूप से एनसीसी के बच्चों से मिलते हैं और उनसे बात भी करते हैं. एनसीसी आपको इतना कुछ देती है कि भविष्य में आप जहां भी जाएंगे, अपने घर, समाज और देश का नाम रोशन करेंगे.

एनसीसी कैडेट के अनुशासन और एकता की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में शरीर अनेक हैं, पर आत्मा एक है. शाखाएं अनेक हैं मगर जड़ एक है. किरणें अनेक हैं, मगर प्रकाश एक है. एनसीसी से जुड़ना आपके लिए गर्व की बात है. यह प्रशिक्षण के दौरान आपके कंधों को मजबूत बनाता है और बाद में यही मजबूत कंधे देश की प्रगति का बोझ उठाते हैं. एनसीसी में आप न केवल अनुशासित बनते हैं बल्कि देश और समाज की सेवा करना भी सीखते हैं. आपमें नेतृत्व के गुण विकसित होते हैं. आप देश की सेवा करने का जुनून पैदा करें. आप कुछ महत्वपूर्ण हासिल करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति हासिल करते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि आप सभी ने यहां जो प्रदर्शन किया वह वाकई सराहनीय है. यह वास्तव में आप सभी के भीतर छिपी क्षमता को दर्शाता है. इससे पता चलता है कि आपमें कितनी प्रतिभा है और आप देश के लिए कितना योगदान दे सकते हैं. आज राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होकर मुझे खुशी हो रही है. कैडेटों के बीच रहना मुझे हमेशा स्वाभाविक लगता है, और मैं बच्चों के प्रदर्शन को देखने के लिए ऐसे आयोजनों का उत्सुकता से इंतजार करता हूं.

देश भर से कुल 2,361 एनसीसी कैडेट एक महीने तक चलने वाले गणतंत्र दिवस शिविर में भाग ले रहे हैं. यह शिविर 30 दिसंबर से शुरू हुआ है और 27 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ समाप्त होगा. इस वार्षिक कार्यक्रम में 917 बालिका कैडेट भी भाग ले रही हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा दल है.

एकेएस/केआर