मार्केट आउटलुक: तिमाही नतीजे और ट्रंप फैक्टर से तय होगी शेयर बाजार की चाल

मुंबई, 19 जनवरी . भारतीय शेयर बाजार के लिए आगामी हफ्ता काफी अहम होने वाला है. आने वाले हफ्ते बाजार की नजर ट्रंप फैक्टर, चालू वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजे, अमेरिकी बाजार, एफआईआई-डीआईआई एक्शन, आईपीओ, भारतीय रुपया, क्रूड-ऑयल पर बनी रहेगी.

डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. इसी के साथ निवेशकों को ट्रंप की नीतियों और अमेरिका की आर्थिक स्थिति पर ध्यान देना होगा. डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है. ग्लोबल मार्केट आने वाले हफ्ते वोलैटाइल रह सकता है.

आने वाले हफ्ते करीब 240 कंपनियां अपने तिमाही नतीजों को जारी करने जा रही हैं. बाजार की नजर अदाणी ग्रीन एनर्जी, एचडीएफसी बैंक, वन 97 कम्युनिकेशन (पेटीएम), जोमैटो, आईडीबीआई बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, टाटा टेक्नोलॉजीज, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, इंडिगो के नतीजों पर रहेगी.

प्राइमरी मार्केट में आगामी हफ्ते चार नए आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहे हैं, जिसमें से तीन स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज से होंगे. कैपिटल नंबर्स इन्फोटेक 20 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होगा. डेंटा वॉटर और इंफ्रा सॉल्यूशन का आईपीओ 22 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होगा और 24 जनवरी को बंद होगा.

13 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई. निफ्टी 228.30 अंक या 0.97 प्रतिशत गिरकर 23,203.20 पर और सेंसेक्स 759.58 अंक या 0.98 प्रतिशत गिरकर 76,619.33 पर बंद हुआ. इस दौरान बैंक निफ्टी पर दबाव देखा गया और यह इंडेक्स 193.55 अंक या 0.40 प्रतिशत गिरकर 48,540.60 पर बंद हुआ. इससे अलग, बीता हफ्ता निफ्टी मिडकैप शेयरों के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा और इंडेक्स 21.90 अंक या 0.04 प्रतिशत की तेजी के साथ 54,607.65 पर बंद हुआ.

मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक पुनीत सिंघानिया ने कहा, “लगातार बिकवाली के दबाव के कारण निफ्टी में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट आई. सूचकांक अपने 21-सप्ताह और डेली एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) से नीचे कारोबार कर रहा है, जो कमजोरी का संकेत देता है. इंडेक्स ने अपने एक महत्वपूर्ण सपोर्ट 23,200-23,300 को भी तोड़ दिया है.

उन्होंने आगे कहा, “यह ब्रेकडाउन 22,800 की ओर संभावित गिरावट का संकेत देता है. हालांकि, अगर इंडेक्स 23,400 को दोबारा प्राप्त करता है, तो खरीद हो सकती है, जो संभावित रूप से इसे 23,700 स्तर तक ले जा सकती है.”

एफआईआई ने 17 जनवरी को 3,318.06 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 2,572.88 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का सेंटीमेंट लगातार नकारात्मक बना हुआ है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने जनवरी में अब तक 44,396 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर बेचे हैं.

एसकेटी/केआर