महाकुंभ नगर, 16 जनवरी . महाकुंभ में चौथे दिन श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार है. देश-दुनिया से लोग यहां आए हुए हैं, जो यहां दैवीय आनंद की अनुभूति प्राप्त कर रहे हैं. कई श्रद्धालुओं ने से बातचीत के दौरान अपने अनुभव साझा किए.
एक श्रद्धालु अमन वरादे ने कहा, “मैंने बचपन से ही कुंभ के मेले के बारे में सुना था लेकिन, कभी इसमें शामिल होने का मौका नहीं मिला. अब हमें इसमें शामिल होने का मौका मिला है. बहुत अच्छा लग रहा है. सरकार ने महाकुंभ की व्यवस्था जबरदस्त की है. आज हमें इतने सारे सनातनियों को देखकर बहुत अच्छा लग रहा है. इतनी स्वच्छता देखकर सुखद अनुभूति हो रही है. यह अपने आप में अद्भुत है कि 144 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है.
श्रद्धालु विजय प्रकाश शर्मा ने से बातचीत में कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिल से धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने इतनी अच्छी व्यवस्था कराई. करोड़ों की संख्या में लोग जुटे लेकिन साफ-सफाई इतनी अच्छी रही कि मैं हैरान हूं. यह अपने आप में अद्भुत है कि 144 साल बाद इस तरह का संयोग बना है. मैं यहां आकर मंत्रमुग्ध हो गया.
जयपुर से आए श्रद्धालु शिवानंद शर्मा के दिल पर रोशनी में नहाए महाकुंभ नगर की छवि छा गई है. कहते हैं लाइटिंग की व्यवस्था भी बिल्कुल ठीक है. फिलहाल, तो किसी भी श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है. इस बार जिस तरह से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डिजिटल का उपयोग किया गया है, वह अपने आप में अद्भुत है.
वहीं, दिल्ली से आए एक श्रद्धालु संजय कुमार ने बताया कि मैं ट्रेन से सफर करके आया हूं. ट्रेन की सुविधा अच्छी रही. हमें टिकट भी आसानी से मिल गई. जब हम यहां पर आए, तो काफी साफ-सफाई देखने को मिली. रास्ते में भी आपको कोई गंदगी देखने को नहीं मिलेगी. यहां पूरा माहौल पूरी तरह से स्वच्छ है. कुल मिलाकर मैं यही कहना चाहूंगा कि सीएम योगी ने बहुत अच्छा तैयार किया है.
महाराष्ट्र से वेद सचिन जोशी ने कहा कि ये कुंभ विशेष है. जिस तरह का प्रबंध पीएम मोदी और सीएम योगी के द्वारा किया गया है, वह सराहनीय है. इसकी प्रशंसा की जानी चाहिए. यही नहीं, एआई और चैट जीपीटी की वजह से श्रद्धालुओं को कुछ भी ढूंढने में दिक्कत नहीं हो रही है.
बेंगलुरु से आए नितेश राणे ने कहा कि हम कल रात ही यहां पर आए हैं. प्रशासन की तरफ से यहां प्रबंध टॉप क्लास है. किसी भी श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है. श्रद्धालुओं में यहां दैवीय उत्साह देखने को मिल रहा है, जो कि अपने आप में अद्भुत है. मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि मैं इस बार यहां आने का मौका मिला है.
–
एसएचके/केआर