राहुल गांधी के बयान पर भड़की भाजपा, कहा- देश विरोधी एजेंडे पर काम कर रही कांग्रेस

नई दिल्ली, 15 जनवरी . कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाजपा और आरएसएस को लेकर दिए बयान पर भाजपा नेताओं ने सवाल उठाए. भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब पीएम मोदी और भाजपा का विरोध करते-करते देश के विरोध में उतर आई है.

शहजाद पूनावाला ने से बातचीत के दौरान कहा, “कांग्रेस अब देश के विरोध में उतर आई है और यह कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सोचा समझा सोरोस का उद्योग है. अमेर‍िकी उद्योगपत‍ि सोरोस के इशारे पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देश तोड़ने के लिए काम पर हैं. क्या यह सच नहीं है कि सोरोस द्वारा संचालित और प्रायोजित संगठन में सोनिया गांधी प्रेसिडेंट थी? जिसका एजेंडा था कि भारत को कश्मीर से अलग कर दिया जाए. क्या यह सच नहीं है कि चीन के साथ भी राहुल गांधी का और कांग्रेस पार्टी के परिवार का एमओयू हुआ है?”

उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस ने बार-बार भारत के खिलाफ उतरने का काम किया है. कांग्रेस पार्टी कभी सेना विरोधी तो कभी संविधान विरोधी और आज वह देश विरोधी एजेंडे पर काम कर रही है. भारत के टुकड़े करने का एजेंडा भी उनका ही है.”

भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, “मोहन भागवत ने कभी यह नहीं कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद नहीं हुआ. उन्होंने यह भी नहीं कहा कि हमें स्वतंत्रता नहीं मिली, बल्कि उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक स्वतंत्रता मिली और हमारे देश की बागडोर हमारे हाथ में आई. उन्होंने उसके साथ यह बात कही कि राम मंदिर बनने के पश्चात हमारे देश को नई प्रतिष्ठा मिली.”

उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, “राहुल गांधी जैसे व्यक्ति और जो सरकार के आलोचक हैं, मुझे लगता है कि उन्हें मैच्योरिटी दिखाने की आवश्यकता है.”

संबित पात्रा ने कहा, “राहुल गांधी ने नाम रखा है मोहब्बत की दुकान, मगर उसके अंदर जो समान है वह सारा लड़ाई का है. उनको भारतीय जनता पार्टी के साथ लड़ना है और आज तो उन्होंने यह भी बोल द‍िया क‍ि उन्हें इंडियन सिस्टम के खिलाफ लड़ना है. अब जिस व्यक्ति ने एलओपी रहते हुए खुलेआम भारत के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया हो, उसके विषय में क्या कहना.”

बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन ने कहा, “राहुल गांधी की लड़ाई खुद की पहचान से है. राहुल का खुद का व्यक्तित्व उनके लिए काफी चैलेंजिंग है. मेरा मानना है कि भाजपा ही उनके लिए काफी है. उनके दादाजी से लेकर उनके पिताजी तक ने संघ को घेरने का बहुत प्रयास किया, लेकिन कोई सफल नहीं हो पाया. पहले वह भाजपा से मुकाबला करें.

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