सियोल, 15 जनवरी . दक्षिण कोरिया अगले तीन वर्षों में 30 ट्रिलियन वोन (20.5 बिलियन डॉलर) मूल्य की बायोटेक्नोलॉजी का निर्यात करके दुनिया के शीर्ष 5 देशों में शामिल होने की योजना बना रहा है. यह जानकारी बुधवार को स्टार्टअप मंत्रालय ने दी.
योनहाप एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस लक्ष्य को पाने के लिए मंत्रालय एक ऐसा इनोवेटिव बायो वेंचर इकोसिस्टम तैयार करेगा, जहां मुख्य तकनीकों को नए दवाओं के विकास के लिए व्यावसायिक बनाया जा सके. यह योजना अर्थव्यवस्था से जुड़े मंत्रियों की बैठक में पेश की गई.
कोरिया का बायोटेक्नोलॉजी निर्यात 2021 में 14.1 ट्रिलियन वोन से घटकर 2023 में 8 ट्रिलियन वोन पर आ गया था. लेकिन 2024 के पहले छह महीनों में यह फिर से 4.6 ट्रिलियन वोन तक पहुंच गया, जिससे सुधार के संकेत मिले हैं.
मंत्रालय 16 बिलियन वोन का एक नया निवेश कोष बनाएगा, जिसमें 14 स्थानीय बायोफार्मा कंपनियां हिस्सा लेंगी. इसके अलावा, जापानी बायो इंडस्ट्री के साथ रणनीतिक सहयोग बढ़ाने के लिए 40 बिलियन वोन का दूसरा कोष तैयार किया जाएगा.
नई दवाओं के विकास के लिए 600 बिलियन वोन का एक बड़ा कोष भी बनाया जाएगा.
इन प्रयासों के जरिए, मंत्रालय 2027 तक कम से कम तीन ऐसे यूनिकॉर्न कंपनियों को विकसित करना चाहता है, जिनका बाजार मूल्य 1 ट्रिलियन वोन से अधिक हो.
स्टार्टअप मंत्री ओ यंग-जू ने कहा, “दक्षिण कोरिया की बायो वेंचर इंडस्ट्री विश्व स्तर पर काफी आगे है, लेकिन हमारे पास ऐसा इकोसिस्टम नहीं है जहां सभी प्रमुख भागीदार आपस में जुड़े हों. हम ऐसा माहौल तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां बायो वेंचर्स तकनीक को आसानी से ट्रांसफर कर सकें, जानकारी और फंडिंग इकट्ठा कर सकें, और नई दवाओं के विकास पर काम कर सकें.”
दक्षिण कोरिया के विज्ञान मंत्रालय ने भी घोषणा की है कि 2025 तक राष्ट्रीय रणनीतिक तकनीकों, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और एडवांस्ड बायोलॉजी को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
विज्ञान और आईसीटी मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण कोरिया को एआई में दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की जाएगी. इसके तहत 1 ट्रिलियन वोन (683.7 मिलियन डॉलर) का एक प्रोजेक्ट आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस विकसित करने के लिए शुरू किया जाएगा और एआई स्टार्टअप्स को आर्थिक मदद देने के लिए 810 बिलियन वोन का फंड बनाया जाएगा.
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