नर्मदापुरम, 14 जनवरी . मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा है कि नर्मदा लोक के बनने से नर्मदापुरम तीर्थ के साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा.
नर्मदापुरम में नर्मदा जयंती के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस आयोजन की तैयारियों के सिलसिले में प्रभारी मंत्री राकेश सिंह ने विभिन्न जनप्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को बैठक की. बैठक में आयोजन की रूपरेखा के साथ सभी की हिस्सेदारी रहे, इस पर विचार-विमर्श किया गया.
नर्मदा जयंती तीन एवं चार फरवरी को मनाई जाएगी. इस मौके पर भव्य आयोजन भी होंगे. इसी को लेकर सक्षम समिति की बैठक हुई. प्रभारी मंत्री सिंह ने नर्मदा जयंती एवं रामजी बाबा मेला के संबंध में सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. नर्मदा जयंती महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा साथ ही राम जी बाबा का पारंपरिक मेला भी लगेगा.
लोक निर्माण मंत्री सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि नर्मदा जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहेंगे. इस आयोजन में आने वालों को पूजा अर्चना आदि में किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए जाएंगे. वहीं नर्मदा लोक को लेकर बैठक के दौरान दिए गए एक प्रेजेंटेशन के सवाल पर सिंह ने कहा कि यह एक अच्छा प्रजेंटेशन था, जिसमें नर्मदा लोक आने वाले समय में नर्मदा नदी के तट पर विकसित हो, ताकि एक तीर्थ स्थान के साथ-साथ एक पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित हो सके, उस दृष्टि से नर्मदा लोक की कल्पना की गई है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा राज्य के धार्मिक नगरों में शराबबंदी पर विचार किए जाने के सवाल पर प्रभारी मंत्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शराब नीति पर रिव्यू की बात कही है, यह रिव्यू होना चाहिए. इसके बाद ही पता चलेगा कि हमें क्या करना है .
ज्ञात हो कि राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को धार्मिक नगरों में शराबबंदी को लेकर बयान दिया था और कहा था कि बजट सत्र करीब है, इसलिए हमारी सरकार विचार कर रही है कि धार्मिक नगरों के लिए अपनी आबकारी नीति में संशोधन करें और इन शहरों में शराब शराबबंदी की तरफ बढ़े. राज्य के कई साधु संतों और अन्य लोगों ने सुझाव दिए हैं कि धार्मिक नगरों में शराबबंदी की जाए, जिस पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है. हम प्रयास कर रहे है कि हर हालत में अपने धार्मिक नगरों की सीमा में स्थित आबकारी व शराब दुकान बंद कराएं, ताकि धार्मिक वातावरण को लेकर जो शिकायत आती हैं उसे खत्म किया जा सके. इस दिशा में ठोस कदम उठाते हुए इस बारे में जल्द ही कोई फैसला करेंगे.
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एसएनपी/