पटना, 12 जनवरी . पाटलिपुत्र की सांसद मीसा भारती ने पूर्व मंत्री और राजद नेता आलोक मेहता के घर ईडी की हुई छापेमारी को लेकर रविवार को कहा कि जब-जब चुनाव नजदीक आते हैं, तब-तब हमारे नेताओं को परेशान किया जाता है. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि यह सिर्फ राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है. केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को बदनाम करने और दबाव में लाने की कोशिश करती है.
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान हालांकि यह भी कहा, “ऐसी साजिशों से न तो हमारे नेता डरने वाले हैं और न ही झुकने वाले. यह जनता भी समझ रही है कि ये सब चुनावी रणनीति का हिस्सा है. जिन मुद्दों पर सरकार को काम करना चाहिए, उन्हें छोड़कर विपक्ष पर हमले किए जा रहे हैं. जनता सब देख रही है और आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी. हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम जनता की आवाज उठाते रहेंगे.”
पाटलिपुत्र की सांसद भारती ने सांसद पप्पू यादव के बिहार बंद के आह्वान पर कहा कि आज संडे है, कॉलेज और अधिकांश चीजें वैसे भी बंद रहती हैं. यह एक लोकतांत्रिक देश है, हर किसी को अपना विचार रखने और विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है.
मीसा भारती ने आगे कहा कि हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का हक है लेकिन बंद से आम जनता को होने वाली परेशानियों का भी ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के एक बयान से जुड़े प्रश्न के उत्तर में कहा कि डबल इंजन की सरकार को बिहार के विकास की चिंता करनी चाहिए, लेकिन ऐसा लगता है कि उनकी प्राथमिकता केवल बयानबाजी तक सीमित है. बिहार के युवाओं, बेरोजगारों, अभ्यर्थियों और महिलाओं की समस्याओं से इन नेताओं को कोई लेना-देना नहीं है. कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है, लेकिन ये लोग व्यक्तिगत हमले और अनर्गल भाषा का प्रयोग करके अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर उनके इस तरह के बयान से बिहार में उद्योग लग जाएं, रोजगार मिल जाए या जनता की समस्याओं का समाधान हो जाए, तो उन्हें खुली छूट है. लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी बयानबाजी से बिहार को कुछ हासिल नहीं होगा. लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ अनावश्यक टिप्पणियां करने से वे खुद अपनी सोच का परिचय दे रहे हैं.
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एमएनपी/एएस