झारखंड में गैर असैनिक सेवा के छह अफसरों को आईएएस में मिलेगी पदोन्नति, यूपीएससी ने लगाई मुहर

रांची, 12 जनवरी . झारखंड में गैर असैनिक सेवा संवर्ग के छह अफसरों को आईएएस के रूप में पदोन्नत किया जाएगा. यूपीएससी (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) ने इस सेवा के कुल 21 अफसरों का इंटरव्यू लिया था, जिनमें से छह को आईएएस में पदोन्नति के योग्य पाया गया है. यूपीएससी ने चुने गए अफसरों की सूची अपनी अनुशंसा के साथ राज्य सरकार को भेजी थी. अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस अनुशंसा पर सहमति दे दी है.

जिन अफसरों को आईएएस बनाया जाना है, उनमें महिला एवं बाल विकास विभाग में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) के रूप में कार्यरत कंचन सिंह, सीता पुष्पा और प्रीति रानी, ऊर्जा विभाग में मुख्य अभियंता के रूप में कार्यरत विजय कुमार सिन्हा और श्रम एवं नियोजन विभाग के अफसर धनंजय कुमार सिंह एवं लाल राजेश प्रसाद शामिल हैं.

मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने इसकी सूचना यूपीएससी और भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय को भेज दी है. भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी होने के बाद इन अफसरों की बतौर आईएएस नए सिरे से पोस्टिंग की जाएगी.

इसके पहले दिसंबर महीने में झारखंड में राज्य की प्रशासनिक सेवा संवर्ग के सात अफसरों को यूपीएससी की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने आईएएस के रूप में पदोन्नत किया था. इन अफसरों में सुधीर बारा, अनिल कुमार तिर्की, शैल प्रभा कुजूर, नीलम लता, संदीप कुमार, पशुपति नाथ मिश्रा एवं राजकुमार गुप्ता के नाम शामिल हैं. पदोन्नति के आधार पर आईएएस पद की ये सभी रिक्तयां वर्ष 2023 की थीं.

झारखंड में आईएएस के 224 पद हैं. इनमें से करीब 40 पद रिक्त हैं. सृजित पदों से कम संख्या में आईएएस होने की वजह से कई विभागों के पद प्रभार पर चल रहे हैं या फिर एक आईएएस को कई पदों का प्रभार एक साथ दिया गया है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने पूर्व आईएएस और आईपीएस पदों पर रिक्तियों को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था.

एसएनसी/एएस