मुंबई, 11 जनवरी . शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि हमारी पार्टी मुंबई और नागपुर महानगरपालिका के चुनाव अकेले लड़ेगी.
उन्होंने कहा कि यह फैसला लोकल लेवल पर पार्टी मजबूत करने के लिए लिया गया है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिलता. ऐसे में हमें नगर निगम, जिला परिषद और नगर पंचायत में अपने दम पर लड़ना चाहिए और अपनी पार्टी को मजबूत करना चाहिए. इसी के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है.
संजय राउत ने शनिवार को भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं, राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता.
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई भी स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता. हमने 25 साल तक बीजेपी के साथ गठबंधन किया. हम तब बीजेपी के दोस्त थे, जब कोई नहीं था. अटल-आडवाणी जी के समय की बात है, लेकिन अब हालात बदल गए हैं. बदले की राजनीति महाराष्ट्र ने कभी नहीं किया. एजेंसी के गलत इस्तेमाल से बदले की राजनीति भाजपा ने शुरू की.
उन्होंने हमारी पार्टी तोड़ी तो एक स्वाभिमानी पार्टी होने के नाते हमने रास्ता अलग कर लिया. लेकिन राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है. भाजपा ने पिछले 10 वर्षों में एजेंसियों का दुरुपयोग करके व्यक्तिगत शत्रुता की राजनीति शुरू की है. अगर वे उसे छोड़ दें और संतुलन बनाए रखें तो हम उन्हें इस तरह से देखेंगे कि वे अच्छा शासन कर रहे हैं.
महाराष्ट्र की सियासत में देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे को लेकर कई अटकलें सामने आ रही हैं. दोनों नेताओं के बयान और उनके राजनीतिक कदमों ने इस दिनों चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है.
फडणवीस और उद्धव ठाकरे के बीच संभावित गठबंधन या सियासी हलचलों को लेकर मीडिया में लगातार कयास लगाए जा रहे हैं. दरअसल नागपुर में एक कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से यूबीटी और बीजेपी के साथ आने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ जवाब नहीं देते हुए कहा कि, ‘राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है’
फडणवीस का यह बयान इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे से भी यही सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘राजनीति में कुछ भी हो सकता है. यह नहीं कह सकते कि कल क्या होगा.’
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एकेएस/एबीएम