बीजिंग, 11 जनवरी . चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 10 जनवरी को नामीबिया, कांगो (ब्राजाविल), चाड और नाइजीरिया की यात्रा समाप्त करने के बाद चीनी मीडिया को एक साक्षात्कार दिया.
वांग यी ने कहा कि चीन के विदेश मंत्री हर नए साल पर अपने पहले पड़ाव के रूप में हमेशा अफ्रीका का दौरा करते हैं. यह चीनी कूटनीति की एक अच्छी परंपरा और विशिष्ट विशेषता है. पिछले 35 वर्षों में इस प्रथा में कभी कोई परिवर्तन या बदलाव नहीं आया है. हमें आशा है कि नए साल की पहली यात्रा करने की परंपरा को कायम रखते हुए, हम दुनिया को दिखा सकेंगे कि चाहे अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति कितनी भी बदल जाए, चीन हमेशा हमारे अफ्रीकी भाइयों और बहनों का सबसे विश्वसनीय मित्र रहेगा, चीन हमेशा से अफ्रीकी देशों के विकास और पुनरोद्धार के लिए सबसे विश्वसनीय साझेदार रहा है, अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अफ्रीका के लिए सबसे मजबूत समर्थन रहा है. चीन ने अपनी समग्र कूटनीति में अफ्रीका को हमेशा प्राथमिकता और महत्वपूर्ण स्थान पर रखा है.
अफ्रीका विकासशील देशों की सर्वाधिक संख्या वाला महाद्वीप है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफ्रीका पर अधिक ध्यान देना चाहिए तथा उसका समर्थन करना चाहिए. चीनी कूटनीति ने सदैव न्याय को कायम रखा है और समानता का पालन किया है. राष्ट्रीय स्वतंत्रता और मुक्ति के लिए अफ्रीका के संघर्ष से लेकर विकास और पुनरोद्धार के वर्तमान प्रयास तक, हमने अफ्रीका की वैध मांगों का दृढ़ता से समर्थन किया है और अफ्रीका के विरुद्ध ऐतिहासिक अन्याय को दूर करने की स्पष्ट वकालत की है. यह मूलतः चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की अंतर्राष्ट्रीयतावादी भावना और सार्वभौमिक शांति की विश्व भावना को भी प्रतिबिंबित करता है.
अफ्रीकी देश भी चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने की वैध स्थिति का दृढ़ता से समर्थन करते हैं और चीन के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं से संबंधित मुद्दों पर बिना किसी हिचकिचाहट के चीन के साथ खड़े हैं. इस यात्रा के दौरान, अफ्रीकी नेताओं ने दोहराया कि वे एक-चीन सिद्धांत का दृढ़ता से पालन करना जारी रखेंगे और चीन के पुनः एकीकरण के महान उद्देश्य का समर्थन करेंगे. अफ्रीकी पक्ष ने तिब्बत में आए भूकंप आपदा पर संवेदना भी व्यक्त की, जिससे चीनी और अफ्रीकी लोगों के बीच गहरी मैत्री प्रदर्शित हुई.
यह यात्रा चीन-अफ्रीका सहयोग मंच के 2024 पेइचिंग शिखर सम्मेलन के परिणामों को लागू करने की यात्रा भी है. चीन और अफ्रीका के बीच पारंपरिक मैत्री को बढ़ावा दिया गया है, आपसी लाभ वाले सहयोग का मार्ग व्यापक हो गया है और बहुपक्षीय समन्वय और सहयोग घनिष्ठ हो गया है. चीन और अफ्रीका वैश्विक दक्षिण में एकता और सहयोग का नेतृत्व करने में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन रहे हैं.
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
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