नई दिल्ली, 11 जनवरी . दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ की शुरुआत हो गई है. देशभर से युवा इसमें शामिल हुए हैं. 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं के विचारों को सुनेंगे.
शनिवार को ने कुछ प्रतिभागियों से बात की.
‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ पर ओयो रूम्स के सीईओ रितेश अग्रवाल ने कहा, “मेरा मानना है कि भारत के युवाओं के लिए यह बहुत बड़ा अवसर है. शायद देश में पहली बार, चाहे आप किसी भी गांव या शहर में हों, अगर आपके पास कोई ऐसा विचार है जो ‘विकसित भारत’ बनाने में योगदान दे सकता है, तो उस विचार को सीधे हमारे प्रधानमंत्री के सामने पेश करने का मौका है. मुझे लगता है यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर है. उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प के लिए हर देशवासी दिल से काम कर रहे हैं.”
बंगाल से आए आयुष ने बताया कि हम कल के कार्यक्रम को लेकर बहुत उत्साहित हैं. पहली बार देश में ऐसी पहल हुई है, जिसमें इतने अलग-अलग राज्यों के लोग एक साथ आए हैं. कल हम प्रधानमंत्री की बातों को सुनेंगे. अपने विचार साझा कर सकेंगे.
बिहार के आदित्य राज ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है, और जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से संकल्प लिया था कि हमें एक लाख युवा नेताओं को राजनीति में लाना है और 2047 तक राजनीतिक रूप से विकसित भारत की दिशा में काम करना है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 2019 में, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने यूथ संसद शुरू किया था. 6 साल बाद हम वहां पहुंच चुके हैं जहां कहा जा रहा है कि युवाओं को संसद में भागीदारी बढ़ानी चाहिए.
मध्यप्रदेश से आए अविनेश पटेल ने कहा, ” हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि हम पहली बार प्रधानमंत्री मोदी को व्यक्तिगत रूप से देखेंगे और उन्हें सुनने का अवसर प्राप्त करेंगे. ऐसा अवसर युवाओं को अक्सर नहीं मिलता. इस कार्यक्रम के लिए हम पीएम मोदी सहित सभी को धन्यवाद करते हैं क्योंकि, आज जो हम कुछ भी यहां सीखेंगे उसे भविष्य की योजनाओं में उतारेंगे.”
बिहार के ही एक और प्रतिभागी अनिकेत राज ने कहा मैं एक कलाकार हूं और बहुत खुशी की बात है कि कल हम पीएम मोदी से रूबरू होंगे. महाकुंभ में मुझे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाइव पेंटिंग बनाने का मौका दिया गया है.
ओडिशा के विक्रम ने बताया कि यह हमारे लिए बहुत सौभाग्य की बात है कि हम पीएम मोदी को सुनेंगे. हम ओडिशा के बालासोर जिले के एक छोटे से गांव से हैं. हम कई सामाजिक गतिविधियों में शामिल हैं.
आंध्र प्रदेश से आए हरिकृष्णा ने इस पहल को बहुत अच्छी पहल बताया.
राजस्थान से आई उदिता ने कहा कि मैं राजस्थान में एक पर्यटक गाइड हूं, और मैं शेखावाटी नामक एक छोटे से क्षेत्र से आती हूं. इस क्षेत्र की हवेलियां, संस्कृति और विरासत अद्वितीय हैं, और मैं उन्हें बढ़ावा देना चाहती हूं और राष्ट्रीय मंच के माध्यम से पर्यटन को विकसित करना चाहती हूं. मेरा मानना है कि यह भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान देगा. मैं चाहती हूं कि अगर मेरी बात पीएम मोदी तक जाएगी तो शेखावाटी को पर्यटन के तौर पर विकसित किया जाए.
जम्मू और कश्मीर से आए सहस ने बताया मैं एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हूं और जम्मू और कश्मीर से सबसे कम उम्र का लेखक भी हूं. मैंने अपनी पहली किताब 17 साल की उम्र में प्रकाशित की, दूसरी 19 साल की उम्र में और अब 22 साल की उम्र में मैंने अपनी तीसरी किताब लिखी है, जो ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई के बारे में है. आज युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं और इसे रोकने के लिए मैंने अपनी सामग्री का इस्तेमाल जागरूकता फैलाने के लिए किया है.
महाराष्ट्र से आए तानाजी के लिए भारत के सबसे फिट और बेहतरीन प्रधानमंत्रियों में से एक से मिलना शानदार अवसर है. नॉर्थ ईस्ट के अरुणाचल प्रदेश से आए लोक कलाकार भी देश के पीएम से मिलने की लालसा रखते हैं. उनके लिए भी ये पल अनमोल है.
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डीकेएम/केआर