मुंबई, 10 जनवरी . आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता मयंक गांधी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं और उनके समाधान पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने सीएम फडणवीस को अपनी 7 सालों की मेहनत और किसानों की स्थिति में सुधार के लिए किए गए कार्यों की जानकारी दी.
मुलाकात के दौरान मयंक गांधी ने कहा कि मैं अब राजनीति से अलग हो चुका हूं और मैंने अपनी एक अलग दुनिया बना ली है. मेरा मुख्य फोकस किसानों की समस्याओं पर है. महाराष्ट्र में सबसे अधिक किसान आत्महत्या करते थे और इस मुद्दे पर मैं काम कर रहा हूं कि इसे कैसे रोका जाए. किसानों की आय कैसे बढ़े, इस पर मैं काम कर रहा हूं.
उन्होंने बताया कि वह महाराष्ट्र के बीड जिले के पर्ली क्षेत्र में जाकर किसानों के बीच रहने लगे थे, जहां उन्होंने पिछले सात वर्षों से किसानों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए काम किया है. हमने वहां 5 करोड़ 50 लाख पेड़ लगाए हैं और हम अब 4600 गांवों में काम कर रहे हैं. पिछले साल टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस ने हमारे काम का मूल्यांकन किया और रिपोर्ट में यह सामने आया कि जिन किसानों की सालाना आय 38,000 रुपये थी, उनकी आय अब बढ़कर 4 लाख रुपये हो गई है, यानी उनकी आय में 10 गुना का इजाफा हुआ है.
मयंक गांधी कहा कि उन्होंने एक फॉर्मर ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया है, जहां देश भर से किसान प्रशिक्षण लेने आते हैं. उन्होंने सीएम को इस सेंटर में आने का निमंत्रण दिया और कहा कि इन सभी प्रयासों को सरकार की मदद की जरूरत है, ताकि उन्हें और अधिक विस्तार दिया जा सके. सीएम फडणवीस ने भी आश्वासन दिया कि सरकार से जो मदद बन पाएगी, वह हम करेंगे.
मयंक गांधी ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या की दर में भी कमी आई है और अब किसानों को रोजगार मिलने लगा है. उन्होंने यह भी बताया कि वह डिप्रेशन में जी रहे किसानों की मदद कर रहे हैं और उनकी मानसिक स्थिति सुधारने के लिए काम कर रहे हैं. इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने राजनीति छोड़ दी है और देश कैसे आगे बढ़े उसपर उनकी दिलचस्पी है. उन्होंने अंत में कहा कि वह अब कोई पार्टी ज्वाइन करने वाले नहीं हैं, अब वह राजनीति में नहीं आएंगे.
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पीएसके/जीकेटी