नई दिल्ली, 8 जनवरी . पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उद्घाटन किया. इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है.
इस दौरान पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आंध्र प्रदेश संभावनाओं और अवसरों का राज्य है. जब आंध्र की ये संभावनाएं पूरी होंगी तभी प्रदेश और देश का विकास होगा. आंध्र प्रदेश का विकास हमारा दृष्टिकोण है और आंध्र प्रदेश के लोगों की सेवा हमारा संकल्प है.
पीएम मोदी ने कहा कि रेलवे के क्षेत्र में आंध्र प्रदेश उन राज्यों में से एक है, जहां 100 प्रतिशत विद्युतीकरण पूरा हो चुका है. आंध्र प्रदेश में 70 से अधिक रेलवे स्टेशनों को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत विकसित किया जा रहा है. आंध्र प्रदेश के लोगों की सुविधा और यात्रा के लिए 7 वंदे भारत ट्रेनें और अमृत भारत ट्रेनें भी संचालित की जा रही हैं.
आंध्र प्रदेश में बुनियादी ढांचा का विकास, बेहतर कनेक्टिविटी राज्य के पूरे परिदृश्य को बदल देगी. इससे जीवन जीने में आसानी होगी और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. यह विकास आंध्र की 2.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की नींव तैयार करेगा. आंध्र प्रदेश ने 2047 तक राज्य को 2.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है. चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने स्वर्ण आंध्र की शुरुआत की है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्र की एनडीए सरकार राज्य को पूरा सहयोग देगी.
उन्होंने कहा कि हम आंध्र में मछली पालन से जुड़े अपने भाइयों और बहनों की आय और व्यवसाय को बढ़ाने के लिए पूरे समर्पण के साथ काम कर रहे हैं. हमने मछुआरों के लिए ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं. हम समुद्र में सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं. हमारा लक्ष्य देश के हर क्षेत्र में समावेशी और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है, ताकि विकास का लाभ हर वर्ग तक पहुंचे और आधुनिक आंध्र प्रदेश का निर्माण हो.
पीएम मोदी ने कहा कि आंध्र प्रदेश अपनी नवीन भावना के कारण आईटी और प्रौद्योगिकी का एक प्रमुख केंद्र है. अब आंध्र के लिए नई, भविष्य की प्रौद्योगिकियों का केंद्र बनने का समय आ गया है. हमें उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे हरित हाइड्रोजन के उपयोग में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए, जो भविष्य का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है.
2023 में राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन शुरू किया गया. हमारा लक्ष्य 2030 तक 5 मिलियन मीट्रिक टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करना है. इसके लिए शुरुआत में दो हरित हाइड्रोजन हब शुरू किए जाएंगे. इनमें से एक हब विशाखापत्तनम में स्थापित होने जा रहा है. हमारी सरकार शहरीकरण को एक अवसर के रूप में देखती है. हम आंध्र प्रदेश को नए जमाने के शहरीकरण का उदाहरण बनाना चाहते हैं. उसी दृष्टि को साकार करने के लिए आज कृष्णापट्टनम इंडस्ट्रियल सिटी (क्रिस सिटी) की आधारशिला रखी गई है.
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एकेएस/