बिहार के मुख्य सचिव से जन सुराज का प्रतिनिधिमंडल मिला, पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा

पटना, 8 जनवरी . जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर एक ओर जहां आमरण अनशन के बीच अस्पताल में इलाजरत हैं, वहीं दूसरी ओर बुधवार को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात किया. पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा.

जन सुराज के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव को मांग पत्र सौंपे. इसमें बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और पुनर्परीक्षा कराने, 2015 में सात निश्चय के तहत किए गए वादे के अनुसार 18 से 35 साल तक के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता देने, पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितता और पेपर लीक की जांच एवं दोषियों पर की गई कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी करने सहित पांच मांग शामिल हैं.

मुख्य सचिव से मिलने के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान मनोज भारती ने कहा कि हमने मुख्य सचिव के माध्यम से सरकार को प्रशांत किशोर के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में अवगत कराया है और छात्रों की मांगों पर विचार करने का अनुरोध किया है.

उन्होंने कहा, “हमने अपने ज्ञापन के जरिए सरकार से मांग की है. मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव से कहा है कि जल्दी से जल्दी छात्रों की मांगों पर विचार किया जाए और एक शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाने की कोशिश की जाए, इसके बाद ही प्रशांत किशोर अनशन समाप्त करने पर विचार करेंगे.”

जन सुराज के नेता मनोज भारती ने राजनीतिक आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि आरोप-प्रत्यारोप के बदले जरा वो छात्रों की मांगों को लेकर जिस तरह का सत्याग्रह किया जा रहा है, वहां सत्याग्रह करके दिखाएं, फिर उनके आरोपों पर हम जवाब देंगे.

उल्लेखनीय है कि इन्हीं मांगों को लेकर प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर हैं. सोमवार की रात उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार को उन्हें पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.

एमएनपी/एबीएम