पुणे, 8 जनवरी . ऑटोमेकर महिंद्रा ने बुधवार को अपने चाकन प्लांट में नई मैन्युफैक्चरिंग और बैटरी असेंबली फैसिलिटी को पेश किया, जो कि इलेक्ट्रिक एसयूवी के उत्पादन के लिए तैयार किया गया एक फुली इंटीग्रेटेड इकोसिस्टम है.
ईवी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए, महिंद्रा ने एफ22-एफ27 इंवेस्टमेंट साइकल में नियोजित कुल 16,000 करोड़ रुपये में से 4,500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं – जिसमें पावरट्रेन डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर और टेक सहित दो प्रोडक्ट टॉप हैट और मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी शामिल हैं.
कंपनी ने कहा कि नया ईवी मैन्युफैक्चरिंग हब फुली इंटीग्रेटेड, हाइली ऑटोमेटेड मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम है जो 1,000 से ज्यादा रोबोट और मल्टीपल ऑटो ट्रांसफर सिस्टम से लैस है.
ईवी फैसिलिटी का लक्ष्य 25 प्रतिशत जेंडर डायवर्सिटी अनुपात भी है, जो प्लांट के इंक्लूसिव और फ्यूचर-रेडी वर्क कल्चर को मजबूत करता है.
ऑटोमेकर ने एक बयान में कहा, “इस नींव से प्रेरित होकर, महिंद्रा अब नेक्स्ट-जनरेशन इलेक्ट्रिक ओरिजिन एसयूवी को रोल आउट करने के लिए तैयार है.”
इस सुविधा में बॉडी शॉप में 500 से ज्यादा रोबोट और फुली ऑटोमेटेड ट्रांसफर सिस्टम लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स बेस्ड ‘नर्व सेंटर’ के जरिए की जाती है, ताकि रियल-टाइम प्रोसेस इनसाइट्स और एंड टू एंड ट्रेसेबिलिटी मिल सके.
यह सुविधा कंपनी के 2.83 किलोमीटर दूर चाकन मैन्युफैक्चरिंग हब में स्थित है, जो भारत की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड परियोजनाओं में से एक है. यह एक वॉटर-पॉजिटिव फैसिलिटी है और रिन्यूएबल एनर्जी पर 100 प्रतिशत निर्भर है.
कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा के अनुसार, महिंद्रा एंड महिंद्रा दुनिया की 11वीं सबसे मूल्यवान ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी है, जिसने कई प्रतिस्पर्धियों और पूर्ववर्ती टेक्नोलॉजी सहयोगियों को पीछे छोड़ दिया है.
ईवी बिजनेस पर, उन्होंने कहा कि एक ट्रेडिशनल एसयूवी कंपनी के लिए अनिश्चित दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य पर बड़ा दांव लगाने के लिए साहस की जरूरत होती है और ऐसे वाहनों में कटिंग एज टेक्नोलॉजी, डिजाइन और परफॉर्मेंस को शामिल करने के लिए इनोवेशन के प्रति गहरी प्रतिबद्धता की जरूरत होती है. मुझे उम्मीद है कि यह ग्रुप में मौजूद हर कंपनी के भविष्य के लिए बेहतरीन होगा.
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एसकेटी/केआर