नई दिल्ली, 31 दिसंबर . आम आदमी पार्टी की ‘पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना’ को लेकर मंदिर के पुजारियों ने आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि वे इस झांसे में नहीं आने वाले हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना’ का ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि योजना के तहत गुरुद्वारे के ग्रंथियों और मंदिर के पुजारियों को हर महीने 18 हजार रुपये दिए जाएंगे.
पुजारियों ने से कहा, “अरविंद केजरीवाल चुनाव आते ही बौखला गए हैं और उन्होंने पुजारियों को लुभाने के लिए यह घोषणाएं कर दी है. उनके पास इसका कोई आंकड़ा नहीं है कि दिल्ली में कितने मंदिर और कितने पुजारी हैं? ऐसे में वह कैसे सम्मान राशि देंगे. और अगर सम्मान राशि देने की बात है तो पहले पिछले 10 साल का जोड़ कर दें, उसके बाद आगे की देखेंगे.”
एक पुजारी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल 10 साल तक तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे सिर्फ मस्जिद के मौलाना और मौलवियों को सैलरी देते थे. इस मांग को लेकर हम लोग कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं. उस दौरान उनको हमारी याद नहीं आई. वहीं, आज भी कुछ मौलानाओं को पेमेंट नहीं मिला है. वह भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. केजरीवाल हमें 18 रुपया न दें, 18 हजार तो बहुत दूर की बात है.”
पुजारियों ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव को देखकर ऐसा वादा किया जा रहा है. कोरोना काल के दौरान भी दिल्ली सरकार ने पुजारियों की कोई मदद नहीं की. चुनाव को देखते हुए जब उनको अपनी हार दिखाई दे रही है तो उन्होंने वादा कर दिया है. हम इस वादे के झांसे में नहीं आएंगे. हमारा जो सम्मान करेगा उसी का साथ चुनाव में देंगे.
उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल जिस प्रकार से लगातार चुनावी घोषणाएं कर रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि उनके पास कोई विजन या फंड है. वह सिर्फ खोखले वादे कर रहे हैं और हम लोग उनके खोखले वादे और झांसे में नहीं आने वाले हैं.”
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एससीएच/एकेजे