सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले के आरोपी का सरेंडर पुलिस की नाकामी : आनंद दुबे

मुंबई, 31 दिसंबर . शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता आनंद दुबे ने मंगलवार को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में खबर आई है कि संतोष देशमुख, जो कि एक सरपंच थे, उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोपी के बारे में यह शक जताया जा रहा था कि वह एक अपराधी है, जिसका नाम वाल्मीकि कराड़ है. वह पिछले कई दिनों से पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था और फरार था. लेकिन आज उसने थाने के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आरोपी के समर्पण को पुलिस और गृह मंत्रालय की बड़ी नाकामी बताते हुए कहा कि एक अपराधी, जो इतनी बड़ी हत्या करके फरार था, उसे पुलिस पकड़ नहीं पाई. इसके अलावा, उस आरोपी की मुख्यमंत्री के साथ और कुछ नेताओं के साथ तस्वीरें भी सामने आई हैं. यह सवाल खड़ा करता है कि क्या कुछ लोग उसे संरक्षण दे रहे थे.

उन्होंने कहा, “यह पूरी स्थिति इस बात का संकेत है कि सरकार और पुलिस में गंभीर खामियां हैं. अगर एक अपराधी खुद समर्पण कर रहा है, तो इसका मतलब है कि पुलिस के अंदर लापरवाही है और कहीं न कहीं अपराधी को बचाने की कोशिश की जा रही है. जब विपक्ष सवाल उठाता है, तो सरकार उस पर दबाव बनाने की बजाय अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ती है.”

आनंद दुबे ने मामले की “गहराई से जांच” की मांग करते हुए कहा कि इस मामले में सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि आरोपी पर अन्य अपराधों जैसे अपहरण, धन उगाही आदि की भी जांच होनी चाहिए. अगर सरकार के लोग इसमें शामिल हैं, तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार का काम जनता की सेवा करना है, न कि अपराधियों का समर्थन करना. इस पूरे मामले की निष्पक्ष और व्यापक जांच होनी चाहिए, ताकि सभी आरोपों का सही तरीके से जवाब मिल सके.”

एसएचके/एकेजे