सूडान : गृहयुद्ध में जल रहे देश में रेल सेवा को फिर से सामन्य बनाने की कोशिश

खार्तूम, 28 दिसंबर . सूडान में पूर्वी लाल सागर राज्य में पोर्ट सूडान को उत्तरी रिवर नील स्टेट के अटबारा से जोड़ने वाली ट्रेन का संचालन फिर से हो गया है. यह संचालन देश में जारी गृहयुद्ध के कारण रोक दिया गया था.

ट्रेन गुरुवार शाम को पोर्ट सूडान से रवाना हुई और शुक्रवार को अटबारा पहुंची. यह ट्रेन सर्विस अप्रैल 2023 में सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच संघर्ष की शुरुआत के बाद देश में शुरू होने वाली पहली रेलवे लाइन है.

सूडान के परिवहन मंत्री अबू बक्र अबू अल-कासिम अब्दाल्ला ने कहा कि अन्य रेलवे लाइनों पर भी परिचालन फिर से शुरू करने का काम जारी रहेगा.

मंत्री ने कहा, “यह सिर्फ शुरुआत है और हम अलग-अलग शहरों को जोड़ने वाली सभी रेलवे लाइनों पर ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू करने पर काम कर रहे हैं.”

सूडान रेलवे कॉर्पोरेशन के महानिदेशक, मूसा अल-क्यूम अल-जहदी के अनुसार, अटबारा और पोर्ट सूडान के बीच हर दो सप्ताह में एक ट्रेन चलेगी.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेन में छह बोगियां हैं, जिनमें 432 यात्री सफर कर सकते हैं. यह ट्रेन 12 घंटे में लगभग 600 किमी की दूरी तय करती है.

सूडान रेलवे कॉर्पोरेशन के अनुसार, गृह युद्ध ने सूडान के रेलवे क्षेत्र को बहुत प्रभावित किया है. इसके कारण लगभग 80 प्रतिशत यात्री और मालगाड़ियों का संचालन रुक गया. स्टेशनों से साथ ही लकड़ी के रेलवे स्लीपरों में भी लूटपाट हुई है. कम से कम 20,000 लोग मारे गए थे, लेकिन मरने वालों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है. चल रही लड़ाई और स्वास्थ्य प्रणाली के खराब होने के कारण हताहतों की सही संख्या को अपडेट करना अब मुश्किल हो गया है.

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गृयुद्ध ने दुनिया का सबसे बड़ा विस्थापन संकट पैदा कर दिया है, जिसमें 11 मिलियन से ज्यादा लोग शरणार्थी शिविरों और पड़ोसी देशों में चले गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने अक्टूबर में यह भी कहा था कि अकाल और हैजा जैसी बीमारियों के फैलने से यहां स्थिति पहले से ज्यादा बिगड़ गई.

एसएचके/एमके