संयुक्त राष्ट्र, 27 दिसंबर . संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यमन के हूती विद्रोहियों और इजरायल के बीच संघर्ष बढ़ने की निंदा करते हुए संघर्षविराम की अपील की. उनके प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.
प्रवक्ता ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “सना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, लाल सागर बंदरगाहों और यमन के बिजलीघरों पर इजरायली हवाई हमले विशेष रूप से चिंताजनक हैं.”
हवाई हमलों में कथित तौर पर कई लोग हताहत हुए, जिनमें संयुक्त राष्ट्र मानवीय वायु सेवा के चालक दल का एक सदस्य भी घायल हो गया.
बयान के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल हवाई अड्डे पर था, जब हमले हुए.
प्रतिनिधिमंडल ने यमन में मानवीय स्थिति और हिरासत में लिए गए संयुक्त राष्ट्र और अन्य कर्मियों की रिहाई पर चर्चा खत्म की थी.
बयान के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल हवाई अड्डे पर था, जब हमले हुए.
प्रतिनिधिमंडल ने यमन में मानवीय स्थिति और हिरासत में लिए गए संयुक्त राष्ट्र और अन्य कर्मियों की रिहाई पर चर्चा पूरी की थी.
बयान में कहा गया कि यूएन चीफ ने यह भी चेतावनी दी कि लाल सागर के बंदरगाहों और सना हवाई अड्डे पर हवाई हमले मानवीय कार्यों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं.
इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को चेतावनी दी कि यमन में हूती बलों को भी इजरायल विरोधी समूहों जैसा ही परिणाम भुगतना पड़ेगा.
नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, “हूती विद्रोहियों को भी वही सबक मिलेगा जो हमास, हिजबुल्लाह, असद सरकार और दूसरों को मिला है. हालांकि, इसमें समय लग सकता है. लेकिन, यह पूरे मध्य पूर्व के लिए एक सबक साबित होगा.”
पिछले साल अक्टूबर से हूती समूह ने गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजरायल पर कभी-कभी मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं. ग्रुप लाल सागर में ‘इजरायल से जुड़े’ शिपिंग पर भी निशाना साध रहा है. हूती विद्रोहियों के हमलों के जवाब इजरायल समय-समय पर देता रहा है.
–
एमके/