खेल जगत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया

नई दिल्ली, 27 दिसंबर . खेल जगत ने “दूरदर्शी नेता और आर्थिक परिवर्तन के निर्माता” पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है.

मनमोहन सिंह का गुरुवार रात को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्हें स्वास्थ्य में गिरावट के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था. उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरशरण कौर और उनकी तीन बेटियां हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान और सम्मान के प्रतीक के रूप में, भारतीय महिला क्रिकेट टीम शुक्रवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान काली पट्टी बांधेगी, जबकि रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन भी हाथों में काली पट्टी बांधी.

दो बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज निखत ज़रीन ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “भारत एक दूरदर्शी नेता और आर्थिक परिवर्तन के निर्माता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करता है. उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता को हमेशा याद रखा जाएगा. शांति से विश्राम करें.”

पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, “पूर्व प्रधानमंत्री, एक सज्जन व्यक्ति और एक दूरदर्शी नेता डॉ. मनमोहन सिंह जी के अचानक निधन की खबर से दुखी हूं. संकट के समय में उनका शांत और स्थिर नेतृत्व, जटिल राजनीतिक परिदृश्यों को नेविगेट करने की उनकी क्षमता और भारत की क्षमता में उनका अटूट विश्वास उन्हें सबसे अलग बनाता था.

“राष्ट्र हमेशा डॉ. साहब को उनके योगदान के लिए याद रखेगा. उनके परिवार और रिश्तेदारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ.”

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, “हमारे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के निधन पर मेरी हार्दिक संवेदनाएं.”

पूर्व ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, “ज़माना न लगा सका उनके कद का अंदाज़ा, वो आसमान था मगर सर झुका के चलता था. देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को नमन. , ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.”

पूर्व पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, “भारत ने एक महान नेता खो दिया, जिन्होंने अपनी असाधारण बुद्धिमत्ता, सादगी और दूरदर्शिता से देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. डॉ. मनमोहन सिंह सिर्फ़ एक प्रधानमंत्री ही नहीं थे, बल्कि वे एक विचारक, अर्थशास्त्री और सच्चे देशभक्त थे. उनकी शांत नेतृत्व शैली और आर्थिक दूरदर्शिता ने देश को 1991 के आर्थिक सुधारों से लेकर वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा स्थापित करने तक एक नई दिशा दी.

“उनकी विनम्रता में गहराई थी और उनके हर शब्द में ज्ञान था. देश के लिए उनकी सेवाओं और योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे, सर. एक युग का अंत!”

पूर्व महिला हॉकी कप्तान रानी रामपाल ने एक्स पर साझा किया, “आपकी कमी खलेगी सर मनमोहनसिंह जी.”

डॉ. सिंह, जिन्होंने 2004 से 2014 तक देश के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया, महत्वपूर्ण उदारीकरण की अवधि के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में उनकी परिवर्तनकारी भूमिका के लिए जाने जाते थे.

उन्हें अक्सर 1991 में प्रमुख आर्थिक सुधारों की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है, जब वे वित्त मंत्री थे, उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने और इसे वैश्विक बाजार में एकीकृत करने में मदद की.

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