लातेहार, 27 दिसंबर . झारखंड के लातेहार जिले में सदर थाना क्षेत्र में पुल कंस्ट्रक्शन साइट पर उग्रवादियों ने एक मुंशी की धारदार हथियार से हत्या कर दी. वारदात गुरुवार-शुक्रवार की रात की है. मारे गए व्यक्ति का नाम बालगोविंद साव है, जो उलागड़ा गांव के रहने वाले थे. वह अपनी ग्राम पंचायत के निर्वाचित वार्ड मेंबर भी थे.
झारखंड संघर्ष जनमुक्ति मोर्चा नामक प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन के प्रदीप सिंह ने घटनास्थल पर पर्चा छोड़कर हत्या की जिम्मेदारी ली है. बताया जा रहा है कि उग्रवादियों ने लेवी (रंगदारी) दिए बगैर पुल निर्माण कराए जाने के बाद वारदात को अंजाम दिया है. उलगाड़ा गांव में औरंगा नदी पर पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. उग्रवादियों ने निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार से रंगदारी मांगी थी.
गुरुवार रात बाल गोविंद अपने एक सहयोगी के साथ कंस्ट्रक्शन साइट पर निगरानी के लिए रुक गए थे. इसी दौरान हथियारों से लैस उग्रवादी वहां पहुंचे. उन्होंने बालगोविंद साव की जमकर पिटाई की और इसके उन्हें पकड़कर नदी के किनारे ले गए और उन्हें धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया.
इधर मृतक के पुत्र अरविंद साहू ने बताया कि उनके पिता गांव के वार्ड सदस्य भी थे. पिछले कुछ महीनों से वह पुल निर्माण कार्य में मुंशी का काम भी कर रहे थे. उग्रवादियों की धमकी के कारण वह काम छोड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इसके पहले उनकी हत्या कर दी गई.
इस घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीण का गुस्सा फूट पड़ा है. उनका कहना है कि हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी, परिजनों को 10 लाख मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी की मांग पूरी होने तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया जाएगा. पुलिस ग्रामीणों को समझाने-बुझाने में जुटी है.
लातेहार पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि बीती रात पुलिस को सूचना मिली थी कि उग्रवादियों ने पुल निर्माण कार्य में लगे मुंशी की पिटाई की है. सूचना के बाद पुलिस तत्काल घटना स्थल पर पहुंची, परंतु वहां पहुंचने पर पता चला कि मुंशी की हत्या हो गई है.
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एसएनसी/पीएसके/केआर