इजरायली सुरक्षा मंत्री ‘प्रार्थना’ के लिए पहुंचे अल-अक्सा मस्जिद परिसर, जॉर्डन ने जताया विरोध

यरूशलेम, 26 दिसंबर . इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने पूर्वी यरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया और ‘प्रार्थना की’.

अल-अक्सा मस्जिद, इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है, जिसका प्रशासन जॉर्डन से संबद्ध इस्लामी धार्मिक ट्रस्ट, जेरूसलम अवकाफ विभाग द्वारा किया जाता है. यहूदी इस स्थल को टेंपल माउंट के रूप में पूजते हैं. टेंपल माउंट को यहूदी धर्म में सबसे पवित्र स्थल माना जाता है. यहूदी परंपरा के अनुसार, यहां दो मंदिर स्थित थे.

यथास्थिति के तहत, गैर-मुसलमानों को पहाड़ी परिसर में जाने की अनुमति है, लेकिन वहां प्रार्थना करने की अनुमति नहीं है. यह पवित्र स्थल लंबे समय से यहूदियों और मुसलमानों के बीच घातक हिंसा का केंद्र रहा है.

बेन-ग्वीर के कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, दक्षिणपंथी मंत्री ने ‘हमारे सैनिकों की कुशलता, जीवित और मृत बंधकों की वापसी तथा युद्ध में इजरायल की पूर्ण विजय के लिए प्रार्थना की.’

बेन-ग्वीर ने इजरायल के कब्जे वाले पूर्वी यरूशलेम के पुराने शहर में स्थित परिसर के प्लाजा से गुजरते हुए अपनी एक तस्वीर एक्स पर पोस्ट की.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस यात्रा से खुद को दूर कर लिया है. उनके कार्यालय ने तत्काल एक बयान जारी कर कहा, ‘टेंपल माउंट पर यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है.’

इस यात्रा की इजरायल की अरब रा’म पार्टी के अध्यक्ष मंसूर अब्बास ने तीखी आलोचना की. उन्होंने बेन-गवीर पर “अल-अक्सा मस्जिद की पवित्रता का अपमान करने’ और ‘इजरायल के अरब नागरिकों को राज्य के साथ टकराव में घसीटने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया.

जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान में इस यात्रा की निंदा करते हुए इसे ऐतिहासिक और कानूनी यथास्थिति का उल्लंघन बताया.

बयान के मुताबिक मंत्री का दौरा ‘यरूशलेम में कब्जा करने वाली शक्ति के रूप में इजरायल के दायित्वों’ का उल्लंघन है.

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