नई दिल्ली, 25 दिसंबर . भारतीय म्यूचुअल फंड (एमएफ) इंडस्ट्री के लिए 2024 एक ऐतिहासिक वर्ष रहा. इस दौरान सभी एमएफ स्कीमों के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) में 17 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़त हुई है.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के डेटा के अनुसार, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एयूएम नवंबर के अंत में 68 लाख करोड़ रुपये था, जो कि दिसंबर 2023 के आंकड़े 50.78 लाख करोड़ रुपये से 17.22 लाख करोड़ रुपये या 33 प्रतिशत अधिक है.
बीते चार वर्षों में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की एयूएम में करीब 37 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.
2023 में एयूएम 11 लाख करोड़ रुपये, 2022 में 2.65 लाख करोड़ रुपये और 2021 में करीब 7 लाख करोड़ रुपये बढ़ा था.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एयूएम दिसंबर 2023 में 50.78 लाख करोड़ रुपये, दिसंबर 2022 में 40 लाख करोड़ रुपये, दिसंबर 2021 में 37.72 लाख करोड़ रुपये और दिसंबर 2020 में 31 लाख करोड़ रुपये था.
इसके अलावा नवंबर 2024 के अंत में फोलियो की संख्या 22.02 करोड़ थी, जो कि जनवरी में 16.89 करोड़ थी. यह फोलियो की संख्या में 5.13 करोड़ की वृद्धि को दर्शाता है. इसमें दिसंबर 2024 के आंकड़ों को नहीं जोड़ा गया है, क्योंकि वे जनवरी 2025 के पहले हफ्ते में जारी किए जाएंगे.
एम्फी के डेटा के मुताबिक, 2024 में करीब 174 ओपन-एंडेड स्कीम जुड़ी थी. कुल स्कीम की संख्या नवंबर में 1,552 थी. यह जनवरी में 1,378 थी. इस साल इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम में सबसे अधिक 3.76 करोड़ नए फोलियो जुड़े हैं.
इसके बाद इंडेक्स फंड, गोल्ड ईटीएफ, अन्य ईटीएफ और विदेशी फंडों में निवेश करने वाले फंड ऑफ फंड में 1.17 करोड़ फोलियो जुड़े हैं.
इसके अलावा हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स में 2024 में 19.42 लाख फोलियो जुड़े हैं. वहीं, सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड्स में 1.87 लाख फोलियो जुड़े हैं. हालांकि, इस दौरान डेट म्यूचुअल फंड्स में फोलियो की संख्या में 3.11 लाख की गिरावट दर्ज की गई है.
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एबीएस/