इस्तांबुल, 25 दिसंबर . तुर्की पुलिस ने 2016 के तख्तापलट के प्रयास करने वाले लोगों को निशाना बनाकर एक अभियान चलाया, जिसमें 32 लोगों को हिरासत में लिया गया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मंगलवार को तुर्की के चार प्रांतों में खुफिया और आतंकवाद विरोधी इकाइयों ने इजमिर में मुख्य लोक अभियोजक कार्यालय द्वारा समन्वित अभियान चलाया.
इन लोगों की सरकार विरोधी गुलेन आंदोलन में सक्रियता पता चलने के बाद पुलिस ने 35 संदिग्ध लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इन लोगों को तुर्की सरकार 15 जुलाई 2016 के तख्तापलट के प्रयास के लिए जिम्मेदार मानती है.
जांच में यह भी पता चला कि ये लोग संदिग्ध समूह को पुनर्गठित करने और वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए नए तरीके तलाश रहे थे.
तुर्की के राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक टीआरटी ने बताया कि पुलिस टीमों ने संदिग्धों की गतिविधियों का पता लगाने के लिए छह महीने तक निगरानी की है. अभी बचे तीन लोगों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
बता दें कि तुर्की में 2016 में मुस्लिम धर्मगुरु फतुल्लाह गुलेन के नेतृत्व में शुरू हुए इस आंदोलन पर तुर्की सरकार ने तख्तापलट के प्रयास का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया है. इस आंदोलन में 250 से अधिक लोग मारे गए थे. गुलेन का सितंबर में संयुक्त राज्य अमेरिका में निधन हो गया था.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इससे पहले मंगलवार को तुर्की पुलिस ने चार प्रांतों में एक अभियान चलाकर इस्लामिक स्टेट (आईएस) के लिए फंड इकट्ठा करने के आरोप में 16 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया था.
यह कार्रवाई पश्चिमी शहर इजमिर में मुख्य लोक अभियोजक कार्यालय द्वारा की गई जांच का हिस्सा थी.
इसमें कहा गया कि अभियोजक पक्ष ने 23 व्यक्तियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किये हैं.
वारंट के बाद, पुलिस ने इजमिर, मर्सिन, अदाना और मनीसा में 10 व्यवसायों पर छापे मारे, इसमें 16 संदिग्धों को हिरासत में लिया और 4,110 डॉलर, 7,205 यूरो, 434,650 तुर्की लीरा, 40 ग्राम सोना और कई डिजिटल सामग्री जब्त की.
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पीएसएम/केआर