नई दिल्ली, 24 दिसंबर . कांग्रेस द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर सवाल उठाए जाने के बाद चुनाव आयोग ने इसका जवाब दे दिया है. चुनाव आयोग ने डेटा के साथ कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया.
चुनाव आयोग ने अपने पत्र में कहा कि वास्तविक वोटर टर्नआउट को बदलना असंभव है, क्योंकि मतदान केंद्र पर वोटर टर्नआउट (वीटीआर) का विवरण देने वाला वैधानिक फॉर्म 17सी मतदान बंद होने के समय उम्मीदवारों के अधिकृत एजेंटों के पास उपलब्ध होता है.
चुनाव आयोग ने आगे कहा, “शाम 5 बजे से रात 11:45 बजे तक मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी सामान्य थी, जो मतदान की प्रक्रिया का हिस्सा था. हालांकि, मतदान प्रतिशत में बदलाव करना असंभव है. मतदान केंद्र से वोटिंग का रुझान 5 अंतरालों पर लिया जाता है यानी सुबह 9:00 बजे, 11:00 बजे, दोपहर 1:00 बजे, 3:00 बजे और शाम 5:00 बजे. मतदान के दिन वोटर टर्नआउट ऐप के माध्यम से इस डेटा को सार्वजनिक डोमेन में प्रकाशित किया जाता है.”
उन्होंने कहा कि मैं इस बात से सहमत हूं कि एक उच्च प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पार्टी की ओर से आने वाले ऐसे निराधार आरोप जनता के मन में अनावश्यक और टालने योग्य संदेह और चिंता पैदा करते हैं, तब भी जब डेटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है और सभी दलों के साथ समय पर साझा किया जाता है.
आयोग का मानना है कि उसने कांग्रेस के 29 नवंबर 2024 के रिप्रेजेंटेशन में उठाए गए दोनों मुद्दों का पर्याप्त रूप से उत्तर दिया है. इस संबंध में 3 दिसंबर 2024 को व्यक्तिगत सुनवाई हुई, जिसमें महाराष्ट्र में मतदाता सूची और मतदान के विशिष्ट संदर्भ शामिल हैं. आयोग को विश्वास है कि इसके बाद कांग्रेस के पास कोई स्पष्टीकरण नहीं होना चाहिए. आयोग सभी राजनीतिक दलों के साथ सम्मानजनक सहयोगात्मक संबंध के लिए प्रतिबद्ध है, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और चुनावी प्रक्रिया में किसी भी सुधार के लिए सुझावों का स्वागत करता है.
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