मुंबई, 23 दिसंबर . अभिनेत्री-फिल्म निर्माता पूजा भट्ट ने शराब छोड़ने के आठ साल पूरे होने का जश्न मनाया.
अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पर अपनी अब तक की यात्रा के बारे में बात की. जिसमें उन्होंने कहा कि नशे की लत का विपरीत सिर्फ संयम नहीं, बल्कि जुड़ाव है.
सोमवार को पूजा ने अपनी एक कैंडिड फोटो पोस्ट की, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, “आज शराब छोड़े पूरे आठ साल हो गए, शुक्रिया, मेहरबानी, करम.”
उन्होंने आगे लिखा, ”तुम अकेले नहीं हो, हम तुमसे प्यार करते हैं. हमें नशे के आदी लोगों के प्रति सामाजिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत तौर पर इसी प्रकार का व्यवहार करना चाहिए.”
पूजा ने आगे कहा कि हम नशा करने वालों के लिए सौ सालों से जंग के गाने गाते आ रहे हैं. मुझे लगता है कि हमें उनके लिए प्यार भरे गीत गाने चाहिए थे, क्योंकि नशे की लत का विपरीत संयम नहीं है. बल्कि नशे की लत का अपोजिट संबंध है.
अपनी इस पोस्ट के जरिए पूजा ने अपने फैंस के साथ शेयर किया कि वह अब पूरी तरह से नशे की दुनिया से बाहर आ चुकी हैं.
‘दिल है की मानता नहीं’ की अभिनेत्री ने 2016 के आसपास शराब छोड़ दी थी. फिल्म निर्माता महेश भट्ट की बेटी पूजा भट्ट ने शराब के साथ अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने पहले कहा था कि उन्होंने यह महसूस करने के बाद शराब छोड़ने का फैसला किया कि वह “लत के जाल” में फंस गई हैं और समझ गई कि इससे मुक्त होने का एकमात्र तरीका खुद को स्वीकार करना है.
रियलिटी शो “बिग बॉस ओटीटी 2” में अपने कार्यकाल के दौरान, ‘सड़क’ की अभिनेत्री ने स्वीकार किया कि उन्हें शराब पीने की लत थी, जिसने उन्हें अपनी लत को स्वीकार करने और छोड़ने का फैसला करने के लिए प्रेरित किया.
पूजा ने यह भी बताया कि कैसे महिलाओं को अक्सर समाज में नशे की लत पर खुलकर चर्चा करने की पुरुषों जितनी स्वतंत्रता नहीं होती है.
उन्होंने शो में कहा, “समाज पुरुषों को लाइसेंस देता है, और इस तरह वे शराब की लत के बारे में खुलकर बात कर सकते हैं और इससे उबर सकते हैं. हालांकि, महिलाएं खुलेआम शराब नहीं पीती हैं, और इसलिए वे खुलेआम ठीक नहीं हो पाती हैं. मैं खुलेआम शराब पीती थी, इसलिए जब मैंने शराब की लत से उबरने के बारे में सोचा, तो मुझे एहसास हुआ कि मैं क्यों छिपकर ठीक हो जाऊं? लोग मुझे शराबी कहते थे, लेकिन फिर मैंने कहा, ‘मैं शराब की लत से उबर रही हूं.’
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एमकेएस/