भूमिका गुरुंग बोलीं- ‘मानसिक अवरोधों को तोड़ने में मदद करती है अलग-अलग तरह की भूमिका’

मुंबई, 20 दिसंबर . टीवी अभिनेत्री भूमिका गुरुंग ने अलग-अलग तरह की भूमिका को निभाने को लेकर अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि अलग-अलग तरह की भूमिका मानसिक अवरोधों को तोड़ने और एक कलाकार के रूप में अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

वर्तमान में ‘बस इतना सा ख्वाब’ में ‘शगुन’ की भूमिका निभा रही अभिनेत्री ने बताया कि ‘शगुन’ की भूमिका उनके व्यक्तिगत विकास को भी दिखाती है.

इस बारे में बात करते हुए अभिनेत्री ने साझा किया, “मुझे एहसास हुआ कि मैं सिर्फ मुख्य भूमिकाओं तक सीमित नहीं रहना चाहती. अगर सही तरह से निभाया जाए तो एक किरदार कम से कम स्क्रीन टाइम में भी अलग दिख सकता है. यह मानसिक अवरोधों को तोड़ने और भूमिकाओं में विविधता को अपनाने के बारे में है.”

गुरुंग ने यह भी खुलासा किया कि शगुन का उनका किरदार पारंपरिक ढांचे से अलग है. शो में उनका किरदार आधुनिक, व्यावहारिक और अपनी पसंद को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है और भारतीय टेलीविजन पर अक्सर दिखाए जाने वाले त्याग करने वाली बहू से के किरदार बिल्कुल अलग है.

भूमिका ने बताया, “शगुन कोई कोमोलिका या खलनायिका नहीं है. उसकी अपनी भावनाएं हैं, वह गलतियां करती है और अपने फैसलों की जिम्मेदारी खुद लेती है. यही बात उसे दूसरों से अलग बनाती है.”

शो के बारे में बात करते हुए भूमिका ने कहा, “हम सभी ने कभी न कभी किसी न किसी चीज का सपना देखा है. सपने हमें परिभाषित करते हैं. यही बात शो के टाइटल को प्रासंगिक बनाता है. यह छोटी-छोटी इच्छाओं और आकांक्षाओं के बारे में है, जो हर किसी के साथ जुड़ती है.”

भूमिका गुरुंग ने कहा, “पिछले कुछ सालों में इंडस्ट्री काफी विकसित हुई है. नए ट्रेंड, कार्य संस्कृति और कहानी कहने की तकनीकों को अपनाना बहुत जरूरी है. इसी तरह आप एक कलाकार के तौर पर आगे बढ़ सकते हैं.”

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