भारतीय शेयर बाजार में वैश्विक बिकवाली के बीच 1.4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट, सेंसेक्स 1,176 अंक गिरा

मुंबई, 20 दिसंबर . अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की धीमी गति के संकेत दिए जाने के बाद वैश्विक स्तर पर बिकवाली के बीच शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में 1,000 से अधिक अंकों की गिरावट आई.

निफ्टी के रियल्टी और पीएसयू बैंक सेक्टर में भारी बिकवाली देखी गई.

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1,176.46 अंक या 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,041.59 पर बंद हुआ और निफ्टी 364.20 अंक या 1.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,587.50 पर बंद हुआ.

कैपिटलमाइंड रिसर्च के कृष्णा अप्पाला के अनुसार, बाजार तेजी से स्टॉक-स्पेसिफिक होते जा रहे हैं, जबकि व्यापक सूचकांक विराम ले रहे हैं.

अप्पाला ने कहा, “कई प्रमुख घटनाएं मौजूदा भावना को प्रभावित कर रही हैं, जिसमें जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के पदभार संभालने के साथ आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति शासन परिवर्तन और कुछ ही हफ्तों में भारतीय केंद्रीय बजट की घोषणा शामिल है.”

निफ्टी बैंक 816.50 अंक यानी 1.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,759.20 पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,649.50 अंक यानी 2.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,906.75 पर बंद हुआ.

सेक्टोरल फ्रंट पर निफ्टी के ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, मीडिया, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, इंफ्रा, कमोडिटीज और पीएसई सेक्टर में बिकवाली देखी गई.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,057 शेयर हरे और 2,935 लाल निशान में बंद हुए, जबकि 93 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.

सेंसेक्स पैक में टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एमएंडएम, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, एसबीआई, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, रिलायंस और टाटा स्टील टॉप लूजर्स थे. वहीं, नेस्ले इंडिया और टाइटन टॉप गेनर्स थे.

जानकारों के अनुसार, अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में अपेक्षित कटौती से निराशा ने वैश्विक बाजार की धारणा को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है.

मंदी के इस दृष्टिकोण का खास तौर पर घरेलू बाजार पर असर पड़ रहा है. इस बीच, रुपया दिन के लिए मजबूती के साथ 85.02 पर कारोबार कर रहा था, जो 85.10 के करीब ओवरसोल्ड स्तरों से 0.12 की बढ़त के साथ वापस आया.

एसकेटी/एबीएम