विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कैसे पहुंच सकता है भारत

नई दिल्ली, 19 दिसंबर . भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन में तीसरा टेस्‍ट ड्रॉ होने का मतलब है कि यहां से भारत को बॉर्डर-गावस्‍कर ट्रॉफ़ी के बचे अपने दोनों मैच क्‍वालि‍फ़ाई करने के लिए जीतने होंगे, अगर वह दूसरे परिणामों पर निर्भर नहीं रहना चाहते हैं.

भारत की दो जीत का मतलब है कि उनका जीत का प्रतिशत 60.53 हो जाएगा, जबकि ऑस्‍ट्रेलिया, श्रीलंका से 2-0 से सीरीज़ जीतने के बाद भी 57.02 प्रतिशत अंक ही ला पाएगा. दूसरी ओर अगर भारत एक टेस्‍ट जीतता है और एक ड्रॉ करता है तो उनके 57.02 प्रतिशत अंक होंगे और ऑस्‍ट्रेलिया तभी उनसे आगे निकल सकता है जब वे श्रीलंका को 2-0 से हराए, तब ऑस्‍ट्रेलिया के 58.77 प्रतिशत अंक हो जाएंगे.

अगर भारत 2-1 से सीरीज़ जीत जाता है तो ऑस्‍ट्रेलिया को श्रीलंका को 1-0 से अधिक के अंतर से हराना होगा या दक्षिण अफ़्रीका पाकिस्‍तान से कम से कम 0-1 से हार जाए.

अगर सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ हो : तब भारत 55.26 प्रतिशत पर अंत करेगा और तब ऑस्‍ट्रेलिया को श्रीलंका से कम से कम 1-0 से हार झेलनी होगी या दक्षिण अफ़्रीका को पाकिस्‍तान से 2-0 से हारना होगा.

अगर सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ पर रहे : तब भारत 53.51 जीत प्रतिशत पर समाप्‍त करेगा, दक्षिण अफ़्रीका को तब दोनों टेस्‍ट हारने होंगे या ऑस्‍ट्रेलिया को श्रीलंका से सीरीज़ 1-0 से हारनी होगी या 0-0 से ड्रा करनी होगी. अगर दोनों सीरीज़ ड्रॉ होती हैं तो ऑस्‍ट्रेलिया और भारत के 53.51 प्रतिशत अंक रह जाएंगे, लेकिन भारत इस चक्र में अधिक सीरीज़ जीतने की वजह से आगे बढ़ जाएगा, लेकिन श्रीलंका 2-0 से जीतता है तो वे भारत से आगे बढ़ जाएंगे.

अगर भारत 1-2 से हारता है : तब भारत के 51.75 प्रतिशत जीत अंक होंगे और वह फ़ाइनल की रेस से बाहर हो जाएगा. तब ऑस्‍ट्रेलिया और दक्षिण अफ़्रीका फ़ाइनल में पहुंच जाएंगे, फ‍िर चाहे वे अपने अगले मैच हार जाएं, जहां श्रीलंका ऑस्‍ट्रेलिया को 2-0 से हराने के बावजूद केवल 53.85 प्रतिशत जीत अंक पर ही रह पायेगा.

आरआर/