मुजफ्फरपुर, 18 दिसंबर . बिहार के मुजफ्फरपुर समाहरणालय परिसर में ‘मनरेगा वॉच’ का बुधवार से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ. इस धरने में सैकड़ों मजदूर शामिल हैं, जो काम की मांग कर रहे हैं.
धरने में शामिल मजदूर चूल्हा, बिछावन लेकर पहुंचे हैं. इसमें महिला मजदूरों की संख्या अधिक है. धरना स्थल पर ही मजदूर खाना बना रहे हैं. धरने में मुख्य रूप से रिंकू देवी, मंदेश्री देवी, नीलम कुमारी, सुधा देवी, मदीना बेगम, हरिंद्र माझी, रमेश राम, चाइना देवी, ममता देवी, सीता देवी, पिंकी देवी सहित अन्य लोग शामिल हैं.
धरने पर बैठे मजदूरों ने एक स्वर में कहा कि जिले में मनरेगा की स्थिति काफी खराब है. ‘मनरेगा वॉच’ मजदूरों के लिए कई वर्षों से आंदोलन कर रहा है. मुजफ्फरपुर में लगभग 20,000 मनरेगा मजदूर हैं, जिनका लगभग 15 लाख रुपये पारिश्रमिक बकाया है.
मनरेगा मजदूरों का नेतृत्व कर रहे संजय सहनी ने बताया कि आठ महीना पहले से विभिन्न प्रखंडों में काम मिलना बंद हो गया है. मनरेगा मजदूरों के बकाये का भी सरकार भुगतान नहीं कर रही है. हमारी प्रमुख मांगों में मनरेगा में काम, लंबित भुगतान और जॉब कार्ड बनाना है.
उन्होंने बताया कि पिछली बार भी हम लोगों ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना आयोजित किया था, तब जिला प्रशासन ने कई मांगों को मान लिया था, लेकिन अभी भी लंबित मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है.
संजय सहनी ने बताया कि जिले में मनरेगा की स्थिति दयनीय हो चुकी है. मजदूर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. अधिकारी लापरवाह हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक मजदूरों की तीनों प्रमुख मांगें नहीं पूरी की जाती हैंं, तब तक मजदूर धरने पर बैठे रहेंगे.
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एमएनपी/एबीएम