नई दिल्ली, 18 दिसंबर . भारत की सबसे अनोखी गोल्फ़ लीग, जिसे कुतुब गोल्फ़ लीग (क्यूजीएल) का नाम दिया गया है, 4 जनवरी, 2025 को भारत के पहले सार्वजनिक गोल्फ़ कोर्स में शुरू होगी. कुतुब गोल्फ़ कोर्स अपने पहले संस्करण में इस अनोखे आयोजन की मेज़बानी करेगा.
अमित खरबंदा और सामंत सिक्का द्वारा प्रवर्तित गेम ऑफ़ लाइफ़ स्पोर्ट्स (जीओएलएस) की एक सोची-समझी पहल, क्यूजीएल का लक्ष्य भारत में सबसे रोमांचक और मनोरंजक गोल्फ़ लीग में से एक बनाना है. इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, उन्होंने दिगराज गोल्फ़ इंक. (डीजीआई) के साथ साझेदारी की है, जिन्होंने भारत में अन्य गुणवत्तापूर्ण लीगों को सफलतापूर्वक क्यूरेट और डिलीवर किया है. अपने उद्घाटन वर्ष में लीग में 3 खेल दिवस, 2 ज्ञान साझा करने वाली मास्टरक्लास और कई मनोरंजक सामाजिक शामें शामिल होंगी.
लीग टीम चैम्पियनशिप प्रारूप में खेली जाएगी जिसमें 8-10 टीमें भाग लेंगी. प्रत्येक टीम में 16 खिलाड़ी होंगे, जिनमें से 12 को मालिक द्वारा चुना जाएगा और शेष चार को आज बाद में होने वाली नीलामी के माध्यम से खरीदा जाएगा. इस प्रकार कुल 160 खिलाड़ी क्यूजीएल में भाग लेंगे. 4 जनवरी को शुरुआती दौर के अलावा, अन्य खेल तिथियां 1 फरवरी और 1 मार्च 2025 होंगी. लीग गोल्फ़र की हर श्रेणी को प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगी.
12 स्वामियों की पसंद में शामिल होंगे:
ए) 2 महिलाएँ
बी) 1 जूनियर (18 वर्ष से कम आयु)
सी) 1 वरिष्ठ (65 वर्ष से अधिक आयु)
डी) 1 सरकारी अधिकारी
ई) 1 सशस्त्र अधिकारी
प्रत्येक दिन, प्रत्येक प्रतिस्पर्धी टीम का प्रतिनिधित्व 12 खिलाड़ियों द्वारा किया जाएगा जो अपने मूल हैंडिकैप के 75 प्रतिशत पर व्यक्तिगत स्टेबलफ़ोर्ड फ़ॉर्मेट पर खेलेंगे. पहले दो राउंड के लिए, टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले 12 खिलाड़ियों में से 9 सर्वश्रेष्ठ स्टेबलफ़ोर्ड स्कोर दिन के लिए टीम स्कोर निर्धारित करने के लिए गिने जाएंगे. अंतिम दिन, सभी 12 स्कोर गिने जाएंगे. तीन राउंड के लिए टीम के स्कोर का संचयी योग लीग के लिए टीम के स्कोर की ओर गिना जाएगा. सबसे ज़्यादा अंक अर्जित करने वाली टीम कुतुब गोल्फ़ लीग की विजेता होगी.
जीओएलएस के सामंत सिक्का ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा,”हमें ‘कुतुब गोल्फ़ लीग’ – भारत की सबसे अनोखी लीग पेश करते हुए बहुत खुशी हो रही है, जो पहली बार भारत के पहले सार्वजनिक गोल्फ़ कोर्स पर आयोजित की जाएगी. क्यूजीएल की संकल्पना ‘समावेशी’ होने के उद्देश्य से की गई है. टीमों को इस तरह से संरचित किया गया है कि यह सुनिश्चित हो कि प्रत्येक टीम में जूनियर, महिला, वरिष्ठ, सरकारी कर्मचारी और सशस्त्र बलों के प्रतिनिधि अनिवार्य रूप से शामिल हों. हमें विश्वास है कि यह नया प्रारूप सभी को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए समान मंच प्रदान करेगा.”
शीर्ष 2 टीमों को 20 लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जायेगी, जिसमें प्रथम टीम को 12 लाख रुपये मिलेंगे. सभी टीम के सदस्यों को आकर्षक पुरस्कार भी मिलेंगे. प्रत्येक दिन कई रोमांचक व्यक्तिगत पुरस्कार भी दिए जाएंगे और इवेंट के लिए कुल स्कोर भी दिए जाएंगे.
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आरआर/