इजरायल का सीरिया पर हवाई हमला जारी, हथियारों की खेप को बना रहा निशाना

दमिश्क, 16 दिसंबर . इजरायली लड़ाकू विमानों ने सोमवार तड़के सीरिया में पूर्व सैन्य शस्त्रागारों (हथियारों के खेप) को निशाना बनाकर कई हवाई हमले किए.

ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि हाल ही में ज़ामा के पास बटालियन 107 में मिसाइल ठिकानों और ग्रामीण टार्टस में हथियारों के गोदामों पर हमला किया गया.

इससे पहले रविवार शाम, एक इजरायली जेट ने कथित तौर पर पूर्वी सीरिया में डेयर अल-ज़ौर सैन्य हवाई अड्डे पर रडार इंस्टॉलेशन पर हमला किया.

इजरायली विमानों ने ग्रामीण दमिश्क में पहाड़ों में खोदे गए पूर्व गोला-बारूद डिपो को निशाना बनाया, जिससे कई शक्तिशाली विस्फोट हुए.

इसमें किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं है.

बता दें ये हमले इजरायल द्वारा 8 दिसंबर को शुरू एक सैन्य अभियान का हिस्सा हैं. इसमें सीरिया के पूर्व नेतृत्व से जुड़ी किसी भी शेष सैन्य क्षमता को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि देश के नए अधिकारी देश की सुरक्षा स्थिति को स्थिर करने के लिए काम कर रहे हैं.

इससे पहले विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की. स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई.

समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरूरत है. उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की.

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है.

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला.

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं.

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