हरजिंदर सिंह धामी की ओर से महिला के लिए अपशब्द का प्रयोग निंदनीय : अमन अरोड़ा

चंडीगढ़, 14 दिसंबर . शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने उन्हें एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर को अपशब्द कहने के मामले में चार दिन के भीतर आयोग के समक्ष पेश होकर माफीनामा देने को कहा है.

आप के पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि हरजिंदर सिंह धामी एसजीपीसी के अध्यक्ष है. जहां से करोड़ों, लाखों लोगों को अच्छे व्यवहार के साथ जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है, उसी के अध्यक्ष द्वारा महिला के प्रति अपशब्द कहना निंदनीय है. भले ही धामी ने माफी मांग ली है, लेकिन पंजाब की महिला के लिए ऐसी शब्दावली का प्रयोग करना निंदनीय है.

किसानों के मुद्दे पर अमन अरोड़ा ने कहा कि जगजीत डल्लेवाल का आज आमरण अनशन पर 19वां दिन है. आज दिल्ली कूच के लिए रवाने होने वाले किसानों पर हरियाणा प्रशासन द्वारा आंसू गैस के गोले दागे गए और पानी की बौछारें की गईं, जो निंदनीय है.

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पिछले लंबे समय से कोशिश कर रही है कि किसानों की जायज मांगों के लिए केंद्र सरकार उनके साथ बैठे. केंद्र सरकार द्वारा किसानों के मसलों को हल करना तो दूर की बात है वह उनके साथ बैठने के लिए तैयार नहीं हैं. बैठकर बड़े-बड़े मसले हल हो जाते हैं. जिस तरह से आज किसानों के साथ व्यवहार किया जा रहा है, वह काफी गलत है. पंजाब सरकार किसानों का वकील बनकर केंद्र सरकार के साथ काम करने और मसले हल करने के लिए तैयार है.

आप नेता ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पंजाब के लोगों को अनजान या बेवकूफ समझते हैं. दिल्ली पुलिस केंद्र के पास है, हरियाणा में भाजपा की सरकार है, रास्ता हरियाणा सरकार नहीं दे रही. दिल्ली में किसानों के साथ बैठकर मसला हल नहीं किया जा रहा. सैनी साहब मुख्यमंत्री तो जरूर बन गए हैं, लेकिन थोड़े से मैच्योर होकर लोगों को हजम होने वाले बयान दें.

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को लेकर अमन अरोड़ा ने कहा कि उनका कुछ समझ नहीं आता. वह सुबह खिलाफ में बोलते हैं और शाम को किसानों के हक में बोल देते हैं. बिट्टू को अगर किसानों से हमदर्दी है तो वह खुद अपनी गाड़ी में किसानों के चार नेताओं को बिठाकर केंद्र के पास ले जाएं और उनके मसलों को हल करवाएं. उनके लिए यह कौन-सी बड़ी बात है. जब वह कांग्रेस में थे, तो उनके तेवर और थे लेकिन अब भाजपा में जाने के बाद उनके तेवर और हो गए हैं.

एकेएस/एकेजे