राष्ट्र को समर्पित डालमिया भारत पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी

भुवनेश्वर, 14 दिसम्बर . बैडमिंटन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक हाई परफार्मेंस सेंटर (एचपीसी), ‘शटल बाय डालमिया भारत’, का उद्घाटन आज भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हेमंता बिस्वा सरमा ने भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद और पुनीत डालमिया, प्रबंध निदेशक, डालमिया भारत की उपस्थिति में किया.

यह एचपीसी, ओडिशा राज्य, पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन फाउंडेशन (पीजीबीएफ) और डालमिया भारत समूह के बीच एक त्रिपक्षीय सहयोग है, जिसे ‘डालमिया भारत पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी’ के रूप में जाना जाएगा.

इंडोर क्षेत्र के 77,000 वर्ग फीट में फैली 400 सीटों की दर्शक क्षमता वाली इस अकादमी में आठ बैडमिंटन कोर्ट हैं.अकादमी विश्व स्तरीय कोचों के मार्गदर्शन में युवा प्रतिभाओं के समग्र प्रशिक्षण और विकास को बढ़ावा देने के लिए इस स्थान पर उपलब्ध उन्नत खेल सुविधाओं का उपयोग करेगी. इस प्रतिष्ठित संरचना में 50 खिलाड़ियों के लिए आधुनिक आवासीय सुविधाएं, एक व्यायामशाला और बाहरी गतिविधियों के लिए एक सभागार है. छत पर एक व्यूइंग रिंग शहर का एक अनूठा 360-डिग्री मनोरम दृश्य प्रदान करता है.

यह निर्माण एक वास्तुशिल्पीय चमत्कार है, जिसमें एक अग्रणी शटलकॉक से प्रेरित डिज़ाइन है, जो भारत में अपनी तरह का प्रथम है. निर्माण में स्थाईत्व के लिए प्रतिबद्धता भी दिखाई देती है, जिसमें लो कार्बन (ग्रीन) सीमेंट, भूजल रिचार्ज के लिए वर्षा जल संचयन और एनर्जी एफिशियेंट एलईडी प्रकाश व्यवस्था शामिल है. इसके अलावा, विशिष्ट उल्टे शेल डिजाइन बिजली की खपत को कम करता है, जिससे इसकी पर्यावरणीय जिम्मेदारी में योगदान होता है. एयरोडॉयनमिक सर्कुलर आकार सहज वायु प्रवाह की अनुमति देता है, जिससे फसाड पर अधिकतम वायु दबाव कम हो जाता है.

भारत में खेलों को बढ़ावा देने और प्रतिभाओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति डालमिया भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, पुनीत डालमिया, प्रबंध निदेशक, डालमिया भारत ने कहा, “हम आज की गरिमामयी उपस्थिति के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हेमंता बिस्वा सरमा के आभारी हैं. हेमंता जी, भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष के रूप में, आप बैडमिंटन में हमारी वैश्विक सफलता के उत्प्रेरक रहे हैं, और हम भविष्य में और भी अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने की आशा करते हैं.हमें उम्मीद है कि यह स्थान प्रतिस्पर्धी सर्किट का एक प्रमुख हिस्सा बनेगा और अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पेशेवरों को आकर्षित करेगा. हम इस प्रयास में पुलेला गोपीचंद के अमूल्य मार्गदर्शन और समर्थन के लिए आभारी हैं.”

पुलेला गोपीचंद ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “मैं डालमिया भारत और ओडिशा सरकार द्वारा शुरू की गई इस क्रांतिकारी यात्रा का हिस्सा बनकर उत्साहित हूं. अपने अनूठे डिजाइन और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ यह सुविधा भारतीय बैडमिंटन के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.”

आरआर/