कोलम्बो, 13 दिसंबर . लंका टी10 लीग में गाले मार्वल्स टीम के मालिक प्रेम ठाकुर को मैच फ़िक्सिंग के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. ठाकुर को गुरुवार को गिरफ़्तार किया गया, जो टूर्नामेंट शुरू होने के एक दिन बाद की घटना है. शुक्रवार को उन्हें कोलंबो मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 16 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
श्रीलंका पुलिस ने ईएसपीएन क्रिकइंफो को बताया, “भारतीय नागरिक ठाकुर को 2019 के मैच से संबंधित अपराधों की रोकथाम अधिनियम के तहत श्रीलंका स्पोर्ट्स पुलिस यूनिट द्वारा गिरफ़्तार किया गया. उन्हें कैंडी में एक होटल से गिरफ़्तार किया गया, जहां लंका टी10 टूर्नामेंट चल रहा है.”
जानकारी के अनुसार एक विदेशी खिलाड़ी ने ठाकुर द्वारा की गई फ़िक्सिंग की पेशकश की सूचना दी थी. इस साल की शुरुआत में एलपीएल (लंका प्रीमियर लीग) की तरह इस टूर्नामेंट की निगरानी के लिए आईसीसी की एंटी-करप्शन यूनिट का एक प्रतिनिधि भी श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के अनुरोध पर मौजूद था.
हालांकि एसएलसी ने इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है. लंका टी10 टूर्नामेंट के निदेशक सामंथा डोडनवेला ने पुष्टि की है कि टूर्नामेंट “निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जारी रहेगा.”
यह इस साल श्रीलंका में दूसरा फ़्रेंचाइज़ी टूर्नामेंट है, जिसमें किसी टीम के मालिक को देश के खेल भ्रष्टाचार रोधी कानून के तहत गिरफ़्तार किया गया है. इससे पहले मई में एलपीएल फ़्रेंचाइज़ी दाम्बुला थंडर्स के सह-मालिक तमीम रहमान को मैच फ़िक्सिंग के आरोपों में गिरफ़्तार किया गया था.
2019 में श्रीलंका दक्षिण एशिया का पहला देश बना था, जिसने मैच फ़िक्सिंग को अपराध घोषित किया. इस घोषणा के अनुसार भ्रष्टाचार से संबंधित अपराधों के लिए जुर्माना और दस साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है.
लंका टी10 श्रीलंका का पहला टी10 फ्रेंचाइज़ी लीग आयोजन है. इस टूर्नामेंट के आयोजन और प्रबंधन के अधिकार एक संघ को दिए गए हैं, जिसमें इनोवेटिव प्रोडक्शन ग्रुप, टी10 स्पोर्ट्स मैनेजमेंट और टी10 ग्लोबल स्पोर्ट्स शामिल हैं. ये समूह दुनिया भर में अन्य टी10 फ़्रेंचाइज़ी लीग का भी संचालन करते हैं.
–
आरआर/