‘अटल’ के एक साल पूरा होने पर ग्वालियर पहुंचे आयुध और नेहा, पूर्व पीएम को दी श्रद्धांजलि

मुंबई, 12 दिसंबर . लोकप्रिय टीवी शो ‘अटल’ की पहली एनिवर्सरी के अवसर पर बाल अटल की भूमिका निभाने वाले अभिनेता आयुध भानुशाली दूसरे एक्टरों के साथ अटल बिहारी वाजपेयी के गृहनगर ग्वालियर पहुंचे. अभिनेता के साथ कृष्णा देवी वाजपेयी की भूमिका निभाने वाली नेहा जोशी भी नजर आईं.

आयुध भानुशाली ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर की अपनी यात्रा के अनुभव साझा करते हुए कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली ग्वालियर में ‘अटल’ की पहली वर्षगांठ मनाना महान नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि थी. इसके लिए इससे अधिक खास मौका नहीं हो सकता था, क्योंकि दिसंबर उनका जन्म माह भी है.

“अपनी यात्रा के दौरान, नेहा आई (कृष्णा देवी वाजपेयी) और मैं उनके पैतृक घर पहुंचे और वहां पर लाइब्रेरी और उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक कंप्यूटर ट्रेनिंग संस्थान भी देखा. हम बहादुरा स्वीट्स भी गए, जहां के बूंदी के लड्डू मशहूर हैं. हमें वहां पर काफी अच्छा लगा.

“इस यात्रा को और भी खास बनाने वाली बात ग्वालियर के लोगों से मिलना था. उन्होंने शानदार अंदाज में हमारा स्वागत किया. शो को बारीकी से फॉलो करने वाले दर्शकों ने बाल अटल जी के मेरे किरदार के लिए सराहना की. कहानी के प्रति दर्शकों का प्यार मुझे दर्शकों से जुड़ने और उनका मनोरंजन करने के लिए प्रेरित करता है.”

नेहा जोशी ने कहा, “हमारे शो की सालगिरह मनाने के लिए ग्वालियर आना एक कभी न भुला पाने वाला अनुभव था. अटल जी के जीवन से जुड़ी सड़कों और जगहों पर घूमना बहुत शानदार था.

“लाइब्रेरी से लेकर उनकी पसंदीदा मिठाई की दुकान तक, इस शहर के हर कोने में उनकी छाप है. कृष्णा देवी वाजपेयी का किरदार निभाने से मुझे उनके बचपन के अनकहे पहलुओं को जानने का मौका मिला. जहां पर उनका जन्म हुआ और वह पले-बढ़े, वहां जाना हमारे लिए एक आशीर्वाद जैसा रहा.

“ग्वालियर के लोगों ने इस उत्सव को और भी सार्थक बना दिया. उनकी प्रतिक्रिया सुनना और यह महसूस करना कि वे हमारे शो से कितनी गहराई से जुड़े हुए हैं, बहुत ही उत्साहजनक था. कहानी और किरदारों के बारे में उनकी प्यार और सराहना ने हमें अटल जी की विरासत का सम्मान करने के लिए और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया.”

नेहा ने कहा, “यह शो उनकी मां कृष्णा देवी वाजपेयी के साथ उनके गहरे संबंध को दर्शाता है, जिन्होंने एकता, करुणा और दृढ़ता के मूल्यों का पाठ पढ़ाया. अपनी मजबूत कहानी के माध्यम से ‘अटल’ एक ऐसे लड़के की प्रेरक यात्रा को जीवंत करता है जो साधारण बैकग्राउंड से उठकर देश के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक बन जाता है.”

‘अटल’ एंड टीवी पर प्रसारित होता है.

एमटी/एकेजे