मध्य प्रदेश के हर वर्ग का सरकार ने ख्याल रखा : मोहन यादव

भोपाल, 12 दिसंबर . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपनी सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई और कहा कि उनकी सरकार ने हर वर्ग के विकास तथा कल्याण का ख्याल रखा है. राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार को संवाददाताओं को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक साल की उपलब्धियों के बारे में बताया.

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार हर क्षेत्र में पानी पहुंचाने के लिए ‘नदी जोड़ो योजना’ पर तेजी से काम कर रही है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केन बेतवा लिंक परियोजना का भूमि पूजन करने वाले हैं. यह कार्यक्रम छतरपुर में होगा. इस परियोजना से बुंदेलखंड की तस्वीर बदलेगी. इस परियोजना से राज्य में 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई होगी और पानी भी सुलभ होगा. इसी तरह काली सिंध चंबल परियोजना पर भी काम किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि किसानों के कल्याण के लिए सरकार के प्रयास जारी हैं. एक तरफ जहां उन्हें पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सोलर पंप की सुविधा दी जा रही है. राज्य में भी छोटी नदियां जोड़ने की योजना पर अमल किया जाएगा. इसके अलावा मजदूरों की समस्याओं के निराकरण के प्रयास भी जारी हैं, जो औद्योगिक इकाइयां बंद हो चुकी हैं और मजदूरों की राशि लंबित है, उन मामलों को भी निपटाया जा रहा है. इंदौर की हुकुमचंद मिल के श्रमिकों का मामला निपट गया है और वहां 224 करोड़ का भुगतान किया गया है. इसी तरह ग्वालियर की जेसी मिल और रतलाम की सज्जन मिल प्रकरण को भी निपटाया जाएगा.

राज्य में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए जारी प्रयासों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘लाडली लक्ष्मी’ और ‘लाडली बहना योजना’ चलाई जा रही है. ‘लाडली बहना योजना’ को लेकर कई बातें सामने आ रही थी. लेकिन, यह योजना जारी है. यह इसलिए संभव है क्योंकि राज्य सरकार की आय भी बढ़ रही है. वहीं, राज्य में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है.

राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक्सीलेंस कॉलेज शुरू किए गए हैं. वहीं, राज्य में चिकित्सा महाविद्यालय की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है.

राज्य में औद्योगिक विकास के लिए चल रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ हो रही है. वर्ष 2025 को ‘उद्योग वर्ष’ के तौर पर मनाया जाने वाला है. भोपाल में ‘ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ होगा. अभी तक राज्य में 4 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आ चुके हैं. इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

विश्वविद्यालय के प्रमुख को कुलपति की बजाय ‘कुलगुरु’ किए जाने पर उन्होंने एक रोचक किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि एक विश्वविद्यालय की महिला कुलपति थी और उनके पति ने जिस तरह से अपना परिचय दिया, उससे उन्हें नाम बदलने का विचार आया. उन्होंने कहा कि मैं जब राज्य का मुख्यमंत्री बना तो कुलपति के स्थान पर ‘कुलगुरु’ नाम देने का फैसला किया, ऐसा महाराष्ट्र में होता है.

एसएनपी/एबीएम