पटना, 10 दिसंबर . राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रस्तावित ‘महिला संवाद यात्रा’ के संबंध में दिए ‘नैन सेंकने वाले’ बयान पर सियासत गरमा गई है.
समस्तीपुर से लोजपा (रा.) सांसद शाम्भवी चौधरी ने मंगलवार को कहा कि एक नेता या सांसद होने के नाते नहीं बल्कि बिहार की एक बेटी होने के नाते लालू यादव के बयान पर घृणा आती है. उन्होंने अपने बयान के जरिये महिला समाज को नीचा दिखाने का काम किया है. जो नेता महिलाओं की समस्या को सुनता है, वह उनकी नजर में आंख सेंकने जाता है. अगर आज कोई नेता महिलाओं के बीच जाकर उनकी समस्या सुनना चाहते हैं, उनसे संवाद करना चाहते हैं तो क्या वह नैन सुख कर रहे हैं. आज बिहार की महिलाएं आगे बढ़कर निडर होकर बात करती हैं.
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा, “वह नैन सेंकने जा रहे हैं. इसके बाद वह सरकार बनाएंगे.” इसी बयान को लेकर लालू प्रसाद यादव को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने ‘हिंदुत्व’ को “बीमारी” बताया है. इसे लेकर शाम्भवी चौधरी ने कहा, “हम लोग हर धर्म की बात करते हैं लेकिन उन्होंने हिन्दू धर्म को बदनाम करने की कोशिश की. हिन्दू धर्म जीवन जीने का तरीका है लेकिन उन्होंने गलत बयानबाजी की है. इसके लिए उन्हें माफी मांगना चाहिए.”
इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया. ‘हिंदुत्व’ एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है.”
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एकेएस/एकेजे