कोलकाता, 7 दिसंबर . पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने शनिवार को समाचार एजेंसी से खास बातचीत की. उन्होंने हाल ही में बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस से नोबेल शांति पुरस्कार वापस करने के लिए नोबेल समिति को लिखे गए पत्र समेत कई अन्य मुद्दों पर राय व्यक्त की.
ज्योतिर्मय महतो ने नोबेल समिति को भेजे अपने पत्र के बारे में कहा, “मैंने एक बंगाली हिंदू होने के नाते, नोबेल समिति को पत्र लिखा था, जिसमें मैंने बताया कि मोहम्मद यूनुस ही बांग्लादेश में हिंदुओं के कत्ल और अत्याचारों के जिम्मेदार हैं. वह लगातार इस गतिविधि का समर्थन कर रहे हैं, जिसके तहत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को बाहर किया जाता है या उन्हें मारा जाता है.”
उन्होंने कहा कि यूनुस को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था, लेकिन वह शांति का प्रतीक नहीं, बल्कि आतंक का प्रतीक बन गए हैं. मैं नोबेल समिति से सवाल करता हूं कि आपने ऐसे व्यक्ति को यह पुरस्कार क्यों दिया, जो समाज में आतंक फैला रहा है.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है. वहां की सरकार जो लोकतंत्र के नाम पर अत्याचार कर रही है, उसे कुछ कदम उठाने चाहिए. सबसे दुखद बात यह है कि कुछ जमीअत (जमात-ए-इस्लामी) के लोग पश्चिम बंगाल में शरण ले रहे हैं और यहां पिछले एक-डेढ़ साल से छुपे हुए हैं. पुलिस को इसके बारे में एक या दो साल बाद जानकारी मिल रही है. बांग्लादेश में जो लोग हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं, वह यहां कोलकाता में शरण लेकर रह रहे हैं. यह एक चिंता का विषय है.
ममता बनर्जी की ओर से ‘इंडिया’ ब्लॉक के नेतृत्व की इच्छा जताने पर उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ ब्लॉक में अब कुछ भी बचा नहीं है. यह उनके बीच का मामला है कि वह इसे कैसे चलाएंगे, लेकिन यह अलायंस महाराष्ट्र चुनावों में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ. वहां गठबंधन को 50 सीटें भी नहीं मिल पाईं. इस गठबंधन का कोई भविष्य नहीं है. अगर यह गठबंधन मजबूत होता, तो लोकसभा चुनावों में यह कुछ करता. उनकी पार्टी, जो पहले राष्ट्रीय पार्टी थी, अब एक क्षेत्रीय पार्टी बनकर रह गई है. अब यह पार्टी बंगाल के बाहर अपने प्रतीक चिह्न को नहीं देख पा रही है, इसलिए यह झूठे तरीके से अपना प्रतीक चिह्न पड़ोसी राज्यों में हासिल करना चाहती है. यह ‘इंडिया’ ब्लॉक ज्यादा समय तक नहीं चलेगा, क्योंकि लोग अब समझ चुके हैं कि इसके भीतर क्या है.
तृणमूल कांग्रेस के कुछ विधायकों द्वारा महुआ मोइत्रा पर गुटबाजी को बढ़ावा देने के आरोप को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह उनके बीच का मामला है, हमें इसमें ज्यादा कुछ नहीं कहना है, लेकिन मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि तृणमूल कांग्रेस में एक ही प्रमुख पद है और वह ममता बनर्जी का है, बाकी सभी तो केवल लैम्प पोस्ट हैं.
कम वोटों और सीटों के कारण पूर्वोत्तर को उपेक्षा का सामना करना पड़ा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान पूरी तरह से सही है कि पहले पूर्वोत्तर को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया था. लेकिन पिछले 10 वर्षों में, हमारी सरकार ने पूर्वोत्तर में बहुत सारे विकास कार्य किए हैं और यहां कोई भेदभाव नहीं किया गया. पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरे देश का विकास हो रहा है, न सिर्फ पूर्वोत्तर का, बल्कि पूरे देश का. पूर्वोत्तर में जो विकास कार्य हो रहे हैं, वह किसी भी पार्टी के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए हैं. मोदी जी देश के लिए सोच रहे हैं और पूरे देश को एक साथ लेकर चल रहे हैं.
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पीएसके/एकेजे