ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने किसानों को पकड़ा, बस में भरकर ले गए पुलिस लाइन

ग्रेटर नोएडा, 6 दिसंबर . अपनी मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों ने एक बार फिर जीरो पॉइंट पर एकत्रि‍त होने की  कोशिश की. यहां पंचायत की कॉल भारतीय किसान परिषद की ओर से की गई थी. किसानों ने कहा कि हमारे साथियों को छोड़ा जाए, या हमें भी जेल में डाल दिया जाए. इसको लेकर बीटा-2 क्षेत्र में परी चौक के पास जीरो पॉइंट पहुंचने का प्रयास कर रहे किसानों को पुलिस ने रोक लिया.

पुलिस ने जबरन किसानों को बसों में बैठाया और पुलिस लाइन ले गई. इसको देखते हुए महामाया और राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया है.

बुधवार को महापंचायत के बाद जेल में बंद 123 किसानों को पुलिस ने छोड़ दिया था. लेकिन, बुधवार रात को सीएम योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद पुलिस ने एक बार फिर से किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उस समय से अलग-अलग स्थानों से करीब 100 से अधिक किसानों को पुलिस हिरासत में ले चुकी है.

अभी तक पुलिस ने आधिकारिक संख्या की पुष्टि नहीं की है. भारतीय किसान परिषद से जुड़े किसान शुक्रवार को भी जीरो पॉइंट पहुंचने लगे थे, जहां पर भारतीय किसान परिषद ने सभी को पहुंचने के लिए कहा था.

गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे किसानों के आंदोलन में कुछ लोगों और एक संगठन पर अराजकता, हंगामा करने और वार्ता को ठीक तरीके से पूरा नहीं होने देने का आरोप लगाया है.

भारतीय किसान यूनियन की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष पश्चिमी उत्तर प्रदेश पवन खटाना ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपने साथियों को जोड़ा और उनको बताया कि किस तरीके से आंदोलन सही रास्ते पर जा रहा था और अधिकारी और सरकार किसानों की बात सुनने को तैयार भी हो गए थे.

पीकेटी/एबीएम