एनसीपी नेता अमोल मिटकरी बोले, ‘मांगने से कुछ नहीं मिलता’

मुंबई, 6 दिसंबर . महाराष्ट्र में नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद अब विभाग बंटवारे को लेकर कवायद तेज हो गई है. किसे कौन सा मंत्रालय मिलेगा इसे लेकर कयासबाजियों का दौर जारी है. इन सब सवालों के बीच एनसीपी नेता और एमएलसी अमोल मिटकरी ने कहा है कि मांगने से कुछ नहीं मिलता है. पार्टी के वरिष्ठ नेता जो तय करते हैं वही होता है.

दरअसल, शिवसेना महाराष्ट्र में गृह विभाग की मांग कर रही है. शिवसेना के नेता कह चुके हैं कि देवेंद्र फडणवीस पिछली सरकार में डिप्टी सीएम रहते हुए गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. चूंकि अब वह राज्य के मुख्यमंत्री हैं तो गृह विभाग की जिम्मेदारी शिवसेना को दी जाए. कहा यह भी जा रही है कि एकनाथ शिंदे नाराज चल रहे हैं.

इस पूरे मामले पर एनसीपी के नेता अमोल मिटकरी ने कहा है कि चाहे गुलाब रघुनाथ पाटिल हों या कोई और शिवसेना नेता, मांग करना उनका अधिकार है. हालांकि, उन मांगों को पूरा करना वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी है. उन्हें गृह विभाग भी चाहिए. नगर विकास भी चाहिए. इसके अलावा बहुत सारे ऐसे विभाग हैं जो उन्हें चाहिए. वित्त विभाग भी वह मांग रहे हैं. मैं समझता हूं कि यहां पर वित्त विभाग में अजित पवार से बेहतर कोई दूसरा नहीं हो सकता है.

मांगने के लिए मैं भी कैबिनेट मांग सकता हूं. लेकिन, मांगने से कुछ नहीं मिलता है. किसको क्या मिलना चाहिए. इस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता फैसला करेंगे.

गृह विभाग के लिए तो तीनों पार्टी के लोग काबिल हैं. चूंकि, भाजपा के पास विधायकों के नंबर अधिक हैं और हम अक्सर देखते हैं कि जो मुख्यमंत्री होते हैं वह अपने पास गृह विभाग रखते हैं. मुझे लगता है कि देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह विभाग रहेगा.

जहां तक एकनाथ शिंदे की नाराजगी की बात है तो मैं कहना चाहता हूं कि वह नाराज नहीं हैं. 24 घंटे करने वाले यह लोग भी इंसान हैं इन्हें भी थकान होती है. एकनाथ शिंदे से मैंने बात की है अब उनकी तबीयत ठीक है. कुछ दिनों से उनकी तबियत ठीक नहीं थी. जहां तक बात है कि पोर्टफोलियो की तो हम लोगों ने मांग की है कि जितना स्पेस शिवसेना को दिया जाएगा, उतना स्पेस हमें भी दिया जाए. कुल मिलाकर महायुति में सब कुछ ठीक है.

डीकेएम/केआर